100 करोड़ से अधिक के CNG घोटाले में नजीब जंग भी फंसे, जानें पूरा मामला
नई दिल्ली । 100 करोड़ रुपये से अधिक के सीएनजी फिटनेस घोटाले में पूर्व राज्यपाल नजीब जंग के खिलाफ जांच का रास्ता साफ हो गया है। सूत्रों का दावा है कि नजीब जंग ने अपने अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) को इस मामले की जांच आगे बढ़ाने से रोक दिया था।
वहीं, सीबीआइ को भी जांच से जुड़े दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए थे। इससे सीबीआइ इस मामले की जांच नहीं कर सकी थी। एसीबी ने उपराज्यपाल के इस आदेश पर आपत्ति भी जताई थी।
तीन दिन पहले दिल्ली सरकार ने इस घोटाले की जांच से जुड़े दस्तावेजों का एक बड़ा हिस्सा विधानसभा की विशेष जांच समिति को उपलब्ध करा दिया है। अधिकारियों ने समिति को आश्वासन दिया है कि शेष दस्तावेज एक सप्ताह में उपलब्ध करा दिए जाएंगे।
बता दें कि नजीब जंग को कांग्रेस ने उपराज्यपाल बनाया था। यह ऐसे उपराज्यपाल रहे हैं जिन्हें केंद्र में भाजपा सरकार आने के बाद भी नहीं हटाया गया था।
आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार जंग को इस मामले से जोड़ती रही है। सरकार आरोप लगाती रही है कि जंग कांग्रेस को बचाते रहे। कांग्रेस के शासन काल में 2012 में सीएनजी फिटनेस घोटाला होने की बात सामने आई थी।
बताया जा रहा है कि सीएनजी फिटनेस का काम जिस विदेशी कंपनी को मिला था, उस कंपनी को काम न देकर इसी नाम से मिलती हुई एक भारतीय कंपनी को काम दे दिया गया था।
2013 में आप सरकार के सत्ता में आने के एक दिन पहले ही जांच बंद कर दी गई थी। कुछ माह पहले दिल्ली विधानसभा ने इस मामले की जांच एक विशेष जांच समिति बनाकर उसे सौंप दी। यह समिति भी जांच को आगे नहीं बढ़ा पा रही थी। अधिकारी समिति को जांच से जुड़ी फाइल देने को तैयार नहीं थे।