#cyclonevardah:वरदा, लैला, कैटरीना….कौन रखता है चक्रवात के नाम?

बैंगलुरू। आज एक बार फिर से चक्रवाती तूफान ‘वरदा’ की वजह से तूफानी हवाएं चल रही है, तमिलनाडु में बारिश हो रही है, हालांकि सुरक्षा के पुख्ता के इंतजाम किए गए हैं लेकिन इसके बावजूद चेन्नई, कांचीपुरम, तिरुवल्लुर और विलुपुरम इन चार जिलों से 4,600 से अधिक लोगों को राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया है।

#cyclonevardah: चक्रवाती तूफान ‘वरदा’ के बारे में जरूर जानिए खास बातें

क्या कभी आपने सोचा कि इन तूफानों के नाम इतने अजीब से क्यों होते हैं, हुदहुद, लैला, कैटरीना, फैलिन और अब वरदा .. आखिर कौन इनके नाम डिसाइड करता है, आइए जानते है विस्तार से।

हर साल पूरी दुनिया में 100 से ज्‍यादा चक्रवात आते हैं

दरअसल हर साल पूरी दुनिया में 100 से ज्‍यादा चक्रवात आते हैं, उनमें कई कम तीव्रता वाले होते हैं और कोई बेहद तीव्र। बात अगर नाम की करें तो चक्रवात अगर अटलांटिक महासागर से उठा है, तो उसे ‘हरिकेन’ कहा जाता और अगर भारतीय महासागर में तो इसे ‘साइक्‍लोन’ कहा जाता है।

कौन रखता है नाम?

चक्रवात का नाम हर उस देश का मौसम विभाग रखता है जहां से वो उत्पन्न हुआ है। साल 1945 तक ऐसी कोई प्रथा नहीं थी, जिसके कारण मौसम विभाग को चक्रवातों के आंकलन में काफी परेशानी होती थी क्योंकि अगर साल लिखने में जरा इधर-उधर हो जाए, तो पूरा हिसाब बिगड़ जाता था इसलिए 1945 से विश्‍व मौसम संगठन ने चक्रवातों को नाम देने का निर्णय लिया और तब से चक्रवातों का नाम रखा जाने लगा।

हमेशा रोचक नाम रखे जाते हैं

चक्रवातों का नाम रोचक रखे जाते हैं जिससे वो लोगों को हमेशा याद रहें, इनका नाम कभी अंग्रेजी की वर्णमाला के मुताबिक नहीं होता है। इसे हमेशा क्रेजी नाम के आधार पर रखा जाता है।

Source: hindi.oneindia.com

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