दिल्ली में चलने लगीं धूल भरी हवाएं,हवा की गुणवत्ता और विजिबिलिटी में गिरावट

नई दिल्ली।राजस्थान की ओर से सूखी, धूल भरी हवाएं दिल्ली में बहने लगी हैं, जिससे राजधानी में हवा की गुणवत्ता और विजिबिलिटी में गिरावट आई है। मंगलवार को औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 232 (खराब श्रेणी) में दर्ज किया गया था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, पीएम 10 का कंसंट्रेशन (मोटे प्रदूषण के कण) 224 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से शाम 4 बजे तक 326 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर हो गई। रात 9 बजे पीएम 10 का कंसंट्रेशन 361.1 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था। सीपीसीबी के अनुसार पीएम 10 के लिए 24 घंटे का सुरक्षित मानक 100 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिकों ने कहा कि हवा की गुणवत्ता में और गिरावट आने की संभावना है, 1 अप्रैल तक शहर में तेज हवाएं चलने की संभावना है। क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि आसमान के रंग में परिवर्तन मुख्य रूप से धूल के कारण होता है। चारों ओर मिट्टी उड़ रही है और तेज हवाएँ इस मिट्टी और धूल के कणों को बढ़ा रही हैं। लगभग 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बहने वाली पश्चिमी हवाएं भी राजस्थान से धूल ला रही हैं। ये स्थिति 1 अप्रैल तक जारी रहेगी, जिसके बाद तापमान में और वृद्धि होगी। मंगलवार दोपहर को रिलेटिव ह्यमिडिटी केवल 16% से 17% तक रही। आईएमडी के वैज्ञानिकों के अनुसार, धूल भरी हवाएं पूरे इंडो- गैंगटिक प्लेंस क्षेत्र को प्रभावित कर रही हैं। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और दिल्ली के कुछ हिस्सों में सोमवार को साफ आसमान, सोलर रेडिएशन और कम हवा की गति के कारण हीट वेव की स्थिति दर्ज की गई। लेकिन तेज हवाएं अब अधिकतम तापमान को नियंत्रण में रखने में मदद करेंगी। अधिकतम तापमान 2 अप्रैल या 3 अप्रैल से फिर से बढ़ेगा।

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