स्कूल से किताबें खरीदने का ऐसा बनाया दबाव कि छात्र ने मौत को लगाया गले, देखिए पिटाई का ये
अमेठी। सर्वोदय साइंस इंटर कॉलेज के हाईस्कूल में पढ़ने वाले एक छात्र ने पिटाई से तंग आकर फांसी ली। फिलहाल खबर पाकर पुलिस मौके पर पहुंची है। वैसे बता दें कि ये उन्हीं स्कूल मैनेजर से जुड़ा मामला है जिन्होंने बीते फरवरी महीने में क्लास रूम में एक छात्र की जमकर पिटाई की थी और इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। लेकिन जिला प्रशासन ने जानकारी के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की और अब नतीजा सामने है। बड़ा सवाल ये है कि अमेठी का जिला प्रशासन क्या अब भी कार्रवाई करेगा या फिर अभी भी और स्टूडेंट की मौत का इंतजार करेगा?
जिला प्रशासन की लापरवाही के चलते फेल होता सीएम का सिस्टम
यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ प्राइवेट स्कूलों पर शिकंजा कस भले ही बेहतर एजुकेशन सिस्टम की अलख जगा रहे हों लेकिन अमेठी में डिस्टिक एडमिनिस्ट्रेशन की लापरवाही के चलते ये सिस्टम परवान नहीं चढ़ पा रहा है। जिले के जामो थाना अंतर्गत आने वाले सर्वोदय साइंस इंटर कॉलेज को ही ले लीजिए जहां स्कूल से किताब न लेने पर स्कूल मैनेजर ने 10वीं क्लास के एक स्टूडेंट को इस तरह पीटा की उसने आत्महत्या कर ली। बुधवार को तो नौबत ये आ गई कि मैनेजर जग प्रसाद यादव ने स्टूडेंट का बैग स्कूल में जमा करवा कर उसे जमकर मारा और स्कूल से भगा दिया।
मैनेजर ने कई दिनों तक स्कूल में रखा था बैग
बता दें कि गौरीगंज थाना क्षेत्र के नारायण पुरवा मंझ्वारा गांव के रहने वाले संजय मौर्य का 16 साल का बेटा अंकित मौर्य जामों विकासखंड में संचालित सर्वोदय साइंस कॉलेज में दसवीं का छात्र था। स्कूल मैनेजर की मार और प्रताड़ना से तंग आकर वो सीधे घर पहुंचा और सदमें में उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूत्रों के मुताबिक अंकित का बैग स्कूल मैनेजर ने कई दिनों से स्कूल में रखा था। पिता के मौजूद न होने के चलते अंकित मैनेजर के पास जब अपना बैग मांगने जाता तो मैनेजर उसे डांटकर भगा देता थे।
मौके पर पहुंची पुलिस
उधर घटना की जानकारी के बाद गौरीगंज पुलिस फोर्स घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने की प्रक्रिया शुरू करते हुए पंचनामा किया है। घटना के बाबत परिजनों का कहना है कि अंकित के पिता सऊदी अरब में रहते हैं वो आ जाएंगे तो आगे की कार्रवाई करेंगे।
हाल ही में मैनेजर की पिटाई का वायरल हुआ था वीडियो
बीते 24 फरवरी को इन्हीं मैनेजर द्वारा एक स्टूडेंट को डंडे से पीटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें इस निर्दयी ने स्टूडेंट को उस वक्त तक पीटा था जब तक की डंडा टूट नहीं गया था। यहां पर स्टूडेंट का गुनाह ये था कि वो कुछ दिनों से स्कूल नहीं आ रहा था। इससे पहले भी 16 जुलाई 2015 को अपनी इन्हीं करतूतों के कारण प्रबंधक मीडिया की सुर्खियों में रह चुके हैं।
डीएम का रुख सवालों के घेरे में
इस सबके बावजूद अमेठी के डीएम योगेश कुमार का कहना है कि इस घटना की उन्हें जानकारी नहीं है। जबकि पहले की घटना पर प्रशासन द्वारा कार्रवाई न किए जानें पर उन्होंने कहा कि स्टूडेंट के घर वालों ने उनसे कोई शिकायत की ही नहीं तो ऐसे में हम कार्रवाई कैसे करें? सवाल ये पैदा होता है कि जब बात सोशल मीडिया और मीडिया में आ गई तो ऐसा कैसे मुमकिन है कि उन तक बात कैसे नहीं पहुंची होगी। बड़ा सवाल ये कि आखिर क्यों अमेठी का प्रशासन स्कूल मैनेजर को बचाकर स्टूडेंट को जान गंवाने की ओर अग्रसित करता रहा?
मांगी गई है आरटीआई
उधर लोगों ने बताया कि सर्वोदय साइंस कॉलेज के खिलाफ कई आरटीआई की गई हैं। साथ ही मुख्य सूचना आयुक्त, राज्य सूचना आयोग के यहां सुनवाई भी चल रही है। वहीं जब आरोपी स्कूल प्रबंधक के मोबाइल पर फोन किया गया तो उनका फोन स्विच ऑफ आया।