भारतीय मूल की निकी हेले बनीं UN में अमेरिका की राजदूत, सीनेट ने दी मंजूरी
वाशिंगटन। साउथ कैरोलिना की गर्वनर निकी हेले ने संयुक्त राष्ट्रसंघ में अमेरिका के राजदूत बनने के लिए जरूरी सीनेट की मंजूरी हासिल कर ली है। मंगलवार को सीनेट ने उनके नाम को मंजूरी दी। निकी को राष्ट्रपति ट्रंप ने चुनाव जीतने के बाद नवंबर में इस पद के लिए नामांकित किया था।
राष्ट्रपति ट्रंप की आलोचक निकी
सीनेट ने निकी के नाम पर एकमत होकर वोट किया और सिर्फ चार सीनेटर्स ने ही निकी के विरोध में वोट किया। निकी को बहुत जल्द ही सीनेट की मंजूरी मिल गई थी। दिलचस्प बात यह है कि निकी को मंजूरी तब मिली जब उन्होंने खुलकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना की थी। निकी दो बार साउथ कैरोलिना की गर्वनर रह चुकी है और वैश्विक मुद्दों पर उनके कम अनुभव की वजह से डेमोक्रेट्स ने उनके नामांकन पर सवाल भी उठाया था। लेकिन रूस और इजरायल पर यूएन की कार्रवाई पर उनके रुख की वजह से उन्हें मंजूरी मिल गई। वह पहली महिला थीं जिन्हें राष्ट्रपति ट्रंप ने अपनी कैबिनेट में जगह दी थी। रूस पर निकी ने कहा था, ‘रूस इस समय अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रहा है। वे हमेशा से ऐसा करते आए हैं। मुझे नहीं लगता कि हम उन पर भरोसा कर सकते हैं। हमें मजबूत रूख के साथ ही आगे बढ़ाना होगा और उन्हें दिखाना होगा कि नया प्रशासन क्या कर सकता है।’ सिर्फ इतना ही नहीं निकी, राष्ट्रपति ट्रंप के मुसलमानों की रजिस्ट्री वाले विचार का समर्थन भी नहीं करती हैं।
माता-पिता भारतीय, पति अमेरिकी सेना में
निकी के माता-पिता भारतीय हैं। उनके पिता अजित सिंह रंधावा और माता राज कौर रंधावा अमृतसर, पंजाब के रहने वाले हैं। उनके पिता को कनाडा की एक यूनिवर्सिटी की ओर से स्कॉलरशिप दी गई है। इसके बाद ही वह भारत से बाहर चले गए। निकी का जन्म 20 जनवरी 1972 को साउथ कैरोलिना में हुआ और आज वह यहीं की गर्वनर हैं। निकी के पति अमेरिकी सेना में ऑफिसर हैं। बतौर गवर्नर उनका दूसरा कार्यकाल चल रहा है। उन्हें रिपब्लिकन पार्टी का उभरता सितारा कहा जाता है हालांकि उन्हें कूटनीतिक अनुभव ज्यादा नहीं है। ट्रंप ने प्रमुख प्रशासनिक पदों के लिए बैठकों के दौर के हिस्से के रूप में पिछले सप्ताह न्यूयॉर्क में स्थित ट्रंप टॉवर में हैली से मुलाकात की थी। उस समय कहा गया कि निकी को ट्रंप अमेरिका का अगला विदेश सचिव नियुक्त कर सकते हैं। पढ़ें- कौन हैं भारतीय मूल की निकी हेले, जिन्हें ट्रंप ने बनाया यूएन एंबेसडर
Source: hindi.oneindia.com