जाट आंदोलन की चेतावनी के चलते हरियाणा के कई हिस्सों में धारा 144 लागू
रोहतक। जाट आरक्षण आंदोलन की सुगबुगाहट को लेकर हरियाणा सरकार ने कमर कस ली है। 29 जनवरी को आंदोलन की चेतावनी के मद्देनजर राज्य के कई हिस्सों में पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवान तैनात कर दिए गए हैं। इसके अलावा राज्य के कई जिलों में धारा 144 भी लागू कर दी गई है। इस बीच हरियाणा के रोहतक में जाट जागृति सेना नामक संगठन ने धरना शुरू कर दिया है। संगठन ने मांग की है कि पिछले साल हुए आंदोलन के दौरान युवाओं पर दर्ज किए गए केस वापस लिए जाएं।
आपको बता दें कि अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने 29 जनवरी से आंदोलन की चेतावनी दी है। जाट समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर पिछले साल फरवरी माह में हरियाणा में काफी उग्र आंदोलन हुआ था। हिंसक घटनाओं के दौरान जाट समुदाय के कई लोगों पर पर केस भी दर्ज हुए और उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। हालांकि हरियाणा सरकार ने जाट समेत 6 जातियों को आरक्षण देने का ऐलान किया लेकिन यह मामला फिलहाल हाईकोर्ट में विचाराधीन है।
19 जिलों में धरने से आंदोलन की शुरुआतगौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों से ठीक पहले जाट नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट नेताओं ने भाजपा पर जाटों को धोखा देने का आरोप लगाते हुए 29 जनवरी से धरने का ऐलान किया हुआ है। जाट नेताओं ने कहा कि आरक्षण के नाम पर उनको भाजपा ने धोखा दिया है और एक बार फिर वो आरक्षण के लिए प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। जाटों को आरक्षण के लिए काफी समय से संघर्ष कर रहे यशपाल मलिक ने बताया कि 19 जिलों में धरने से आंदोलन की शुरुआत की जाएगी। गुड़गांव, पंचकूला और मेवात से धरने शुरू किए जाएंगे। ये भी पढ़ें- कोई शक नहीं कि मुरथल में सामूहिक बलात्कार हुआ: हाईकोर्ट
Source: hindi.oneindia.com