एच-1बी वीजा की वजह से पीएम मोदी श्रीनिवास की हत्या पर चुप्पी साधने को मजबूर!
नई दिल्ली। कानसास में 22 फरवरी को हुई हैदराबाद टेकी श्रीनिवास कुचीभोतला की हत्या पर जहां हर कोई हैरान था तो वहीं भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही थी। हत्या में जांच की कार्यवाही से जुड़े कदम से जुड़ी खबरों को भारत ने मंगलवार को खारिज कर दिया।
हत्या पर केस भारत की प्राथमिकता
श्रीनिवास की हत्या ने पूरी दुनिया को सकते में डाल दिया था और कई लोगों ने इसके लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयानों को भी दोष दिया था। व्हाइट हाउस पर इस घटना को लेकर बड़ा दबाव था और बुधवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हत्या की आलोचना की। भारत अक्सर हर मुद्दे पर प्रतिक्रिया देता है लेकिन इस घटना पर चुप्पी थी और भारत ने तय किया कि कोई भी बयान नहीं दिया जाएगा। भारत को भरोसा दिलाया गया कि घटना की जांच होगी और केस दर्ज होगा। भारत के विदेश सचिव एस जयशंकर फिलहाल अमेरिका में हैं और उन्होंने यह बात साफ कर दी है कि भारत इस मुद्दे पर शांत नहीं रहेगा। एक अधिकारी की ओर से बताया गया है कि प्राथमिकता यह थी कि हत्यारे पर हर हाल में केस दर्ज हो और उसका ट्रायल होगा। जब इस बात का आश्वासन दिया जा चुका है तो फिर बयान देने का कोई तर्क नहीं बनता है।
मुद्दे पर सावधानी बरत रहा है भारत
कई ऐसी वजहें हैं जिसकी वजह से भारत की ओर से दी गई प्रतिक्रिया काफी शांत थी। इन वजहों में से ही एक है एच-1बी वीजा जिसे लेकर भारत काफी चिंतित है। ट्रंप कह चुके हैं कि वह भारत गई सभी नौकरियों को वापस लाएंगे। भारतीय फर्म करीब 60 प्रतिशत एच-1बी वीजा हासिल करती हैं। ऐसे में अगर कोई बड़ा कदम उठाया गया तो फिर 150 बिलियन डॉलर पर खतरा हो सकता है। भारत ने इस मुद्दे पर बातचीत के लिए जयशंकर को अमेरिका भेजा है। भारत की ओर से कई बार यह बात कही जा चुकी है कि कई कुशल भारतीय कमगारों नेअमेरिकी कंपनियों को फायदा पहुंचाया है। भारत, अमेरिका के साथ काफी सावधानी से कदम उठाना चाहता है क्योंकि ट्रंप पहले ही अपने ‘राष्ट्रवादी’ एजेंडे को सामने ला चुके हैं। भारत को नहीं लगता है कि एच-1बी वीजा मुद्दा सिर्फ ट्रंप की बयानबाजी है। वह इस मुद्दे पर गंभीर है और इस पर अमेरिका के साथ बातचीत करते समय काफी ध्यान रखा जाएगा। हालांकि जब ट्रंप ने कानसास शूटिंग की बात की तो भारत ने राहत की सांस ली थी।
Source: hindi.oneindia.com