देश में नाबालिक बच्चीयां क्यों है असुरिक्षत, कौन लेगा इनकी सुरक्षा का जिम्मा
नई दिल्ली। देश में जहा मासूम बच्चीयों को लेकर जनता में भय का माहौल वही एक जघन्य वारदात को अंन्जाम दिया गया है हरियाणा के यमुनानगर में जम्मू-कश्मीर के कठुआ रेप केस जैसा ही एक और प्रकरण सामने आया है। यहां पर एक नाबालिग बच्ची को घर से अगवा करने के बाद उसके साथ गैंगरेप किया गया और फिर बच्ची को जान से मारने की कोशिश की गई। पुलिस ने फिलहाल पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार घटना उस वक्त हुई जब बच्ची के माता-पिता घर पर नहीं थे। इस दौरान ४ आरोपी आए और बच्ची को सोते हुए उठा कर एक सुनसान जगह पर ले गए। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि सुनसान जगह पर ले जाकर दो युवकों ने उसके साथ रेप किया और बाकी दो तमाशा देखते रहे । पुलिस के मुताबिक, बच्ची के माता पिता किसी काम से शहर गये थे। उसी दौरान गांव के दो शातिर बदमाश अपने दो साथियों के साथ घर में घुसे और बच्ची को जबरदस्ती उठाकर मंदिर परिसर में ले जाकर गैंगरेप किया और उसके बाद हत्या की कोशिश की। दीवार में सिर मारने से बच्ची बेहोश हो गई जिसके बाद बदमाश मौके से फरार हो गए। बच्ची को जब होश आया तो वो जैसे तैसे घर पहुंची और घरवालों को आपबीती बताई घटना सुनकर परिजनों के हौश उड़ गये इसके बाद परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। जांच के दौरान यह भी पता चला है कि आरोपी क्षेत्र के जठलाना और मोहरी गांव के निवासी हैं। आपको बता दे केन्द्र की मोदी सरकार ने बनाया सख्त कानून, जो रविवार से हुआ हे लागू इस तरह से दैश में अगर इस तरह से रेप होगें तो यहा पर बच्चीयों का घर से निकला मुश्किल हो जायेगा। जरूरत है समाज और माता पिता को अपने बच्चों की सुरक्षा का जिम्मा लेने की अगर हम यह सोचते है कि पुलिस या सरकार हमारे बच्चों की सुरक्षा करेगें तो ये तो दूर की बात है ।