शाह और नीतीश की मुलाकात
पटना। अमित शाह और नीतीश कुमार की मुलाकात होनी है। इसीलिए भाजपा और जदयू के प्रवक्ताओं को गठबंधन और सीट शेयरिंग के मुद्दे पर किसी तरह की बयानबाजी नहीं करने का निर्देश दिया गया है। पिछले कुछ दिनों से दोनों पार्टी के प्रवक्ताओं के द्वारा एक दूसरे पर छींटाकशी की जा रही थी।
दोनों आलाकमान की ओर से कहा गया है कि कोई भी प्रवक्ता सीट शेयरिंग और एनडीए गठबंधन को लेकर बेवजह की बयानबाजी नहीं करेगा। कयास लगाए जा रहे हैं कि 12 जुलाई को अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुलाकात को लेकर ऐसा फरमान जारी किया गया है।इसपर तंज कसते हुए विपक्षी पार्टी राजद के नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि भाजपा तुगलकी फरमान जारी करने में उस्ताद है। इन लोगों ने देश के साथ ही बिहार को भी इमरजेंसी की हालत में पहुंचा दिया है। अब प्रवक्ताओं के लिए तुगलकी फरमान जारी किया गया है और अब उन्हें मुंह बंद रखना पड़ेगा। दरअसल ये लोग डरे हुए हैं और नीतीश कुमार तो भाजपा के पेंच में फंसे हुए हैं, क्या करेंगे बेचारे? इसपर भाजपा नेता संजय टाइगर ने कहा कि हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है। सीटों के तालमेल को लेकर जो विपक्षी लोग कयास लगा रहे हैं ऐसा कुछ होने वाला नहीं है।