केदारपुरी छोड़कर भी बेरोजगार नहीं होंगे ढाई हजार युवा
रुद्रप्रयाग : केदारपुरी के पुनर्निर्माण में जुटे क्षेत्र के 2500 युवाओं को नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) बेरोजगार नहीं होने देगा। इसके लिए वह रोजगार का प्लान तैयार कर रहा है, ताकि अप्रैल 2018 में संस्थान की केदारपुरी से विदाई के बाद भी उनकी रोजी-रोटी चलती रहे। इन युवाओं को निम ने उच्च हिमालयी क्षेत्र में भवन, हेलीपैड, कॉटेज व पुलों का निर्माण, क्रशर, वर्कशॉप व भारी मशीनों का संचालन जैसे कार्यों में दक्ष किया हुआ है।
मार्च 2014 में निम ने जब केदारपुरी में पुनर्निर्माण कार्यों का जिम्मा संभाला, तब उसने बाहर से लेबर मंगाने के बजाए स्थानीय बेरोजगारों से ही काम लेने को प्राथमिकता दी। इसके लिए केदारघाटी के 2500 युवाओं का चयन कर उन्हें विषम भौगोलिक परिस्थितियों में कार्य करने का प्रशिक्षण दिया गया।
इसका नतीजा भी सकारात्मक रहा और बीते साढ़े तीन वर्षों से ये युवा पूरे मनोयोग से केदारपुरी के कायाकल्प में जुटे हैं। लेकिन, अब जबकि अप्रैल 2018 में निम की केदारपुरी से विदाई तय हो चुकी है, जाहिर है ये युवा भी बेरोजगार हो जाएंगे। इसी को ध्यान में रखते हुए निम एक वृहत प्लान तैयार कर रहा है।
निम के प्रधानाचार्य कर्नल अजय कोठियाल बताते हैं कि उनके साथ कार्य करने वाले इन युवाओं को विषम भौगोलिक परिस्थितियों में कार्य करने का अच्छा अनुभव है। इसके लिए इन्हें बाकायदा प्रशिक्षित किया गया है। इसलिए निम चाहता है कि उसके केदारपुरी छोडऩे के बाद इनके सामने रोजी-रोटी का संकट न खड़ा हो।
कर्नल कोठियाल के अनुसार इसके लिए निम से जुडे वरिष्ठ सदस्यों के साथ विचार-विमर्श किया जा रहा है और अप्रैल 2018 से पूर्व यह प्लान कार्यरूप में सामने आ जाएगा। इसके बाद ये उच्च हिमालयी क्षेत्र में होने वाले कार्यों में सेना के सहयोगी की भूमिका निभा सकेंगे।
परिस्थिति के अनुसार पगार
केदारपुरी में इन युवाओं से मेट, अकुशल श्रमिक, अद्र्धकुशल श्रमिक, कुशल श्रमिक, मेसन व ब्लास्टर के रूप में काम लिया जा रहा है। इन्हें ग्रीष्मकाल में 550 रुपये से लेकर 900 रुपये तक की दिहाड़ी मिलती है। शीतकाल में 650 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक का प्रतिदिन भुगतान किया जाता है। यह दरें सीतापुर से लेकर केदारनाथ तक अलग-अलग हैं।
यह हैं भुगतान की दरें
ग्रीष्मकाल—————– (रुपये में)
मेट—————————550-800
अकुशल श्रमिक————-500-750
अर्द्धकुशल श्रमिक————525-775
कुशल श्रमिक—————-550-800
मेसन————————-650-900
ब्लास्टर———————-650-900
शीतकाल——————–(रुपये में)
मेट————————–650-950
अकुशल श्रमिक————600-900
अर्द्धकुशल श्रमिक———-625-925
कुशल श्रमिक————–650-950
मेसन———————–750-1000
ब्लास्टर——————–750-1000
(नोट: इसके अलावा खाने-रहने व मौसम के हिसाब से वर्दी की व्यवस्था अलग से है।)