लखनऊ सीएचसी पर गर्भवती को पीटा, बच्चे की मौत

लखनऊ । सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर गर्भवती से मारपीट का मामला सामने आया है। आरोप है प्रसव पीड़ा से तड़पती महिला के साथ स्टाफ ने लेबर रूम में मारपीट की। वहीं हालत गंभीर होने पर उसे रेफर कर दिया। ऐसे में पिटाई व इलाज के अभाव में बच्चे की गर्भ में ही मौत हो गई।

मलिहाबाद के खंडसरा निवासी साधना को प्रसव पीड़ा हुई। पति दिवाकर चार नवंबर को शाम साढ़े चार बजे साधना को लेकर सीएचसी पहुंचे। साधना की हालत गंभीर देख इमरजेंसी में भर्ती कर लिया गया, लेकिन इलाज नहीं मिला। दिवाकर के मुताबिक रात भर साधना वार्ड में कराहती रही पर कोई सुनवाई नहीं हुई।

ऐसे में पांच नवंबर शाम को साधना दर्द से बेसुध हो गई। शाम को नर्स साधना को लेकर लेबर रूम गई। जहां नर्स व डॉक्टर ने मिलकर उसकी पिटाई कर दी। सीएचसी के प्रभारी डॉ. सैय्यद रजा ने बताया, मेरी जानकारी में ऐसी कोई घटना नहीं है। यदि किसी महिला के साथ ऐसा हुआ है तो मामले की जांच कराई जाएगी। साथ ही आरोप सही मिलने पर सख्त कार्रवाई करेंगे।

लेबर रूम से खींचते हुए लाई: दिवाकर के मुताबिक पिटाई व रोने की आवाज सुनकर अन्य स्टाफ से विरोध किया। ऐसे में लेबर रूम में मौजूद स्टाफ सूचना मिलने पर और भड़क गया। नर्स ने साधना का प्रसव कराने से इंकार कर दिया। वहीं गंभीर हालत में स्टेचर के बजाए उसे हाथ पकड़कर खींचते हुए बाहर लाया गया। ऐसे में वह लड़खड़ा गई और फर्श पर गिर गई।

परिजनों ने किया हंगामा: दिवाकर ने बताया कि नर्स व अन्य स्टाफ का र्दुव्‍यवहार देखकर परिजनों ने विरोध किया। ऐसे में पूरे स्टाफ ने अभद्रता की। इसके बाद एंबुलेंस बुलाकर राजधानी रेफर कर दिया गया। जहां डफरिन में मृत बच्चे का जन्म हुआ। आरोप है कि समय पर इलाज न मिलने व पिटाई से बच्चे की मौत हुई। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री, सीएमओ से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।

पेट दबाने पर टोका तो की पिटाई: दिवाकर के मुताबिक पत्नी ने बताया कि उसे प्रसव पीड़ा हो रही थी। वहीं नर्स व डॉक्टर पेट दबा रहे थे। मना करने पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया और मारपीट करने लगीं। रात 10 बजते ही सीएचसी का स्टाफ सो जाता है। चार नवंबर को रात भर साधना प्रसव पीड़ा से कराहती रहीं। डॉक्टर से इलाज की फरियाद करने गया, सभी कक्ष बंद कर सो रही थीं।

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