पिथौरागढ़ उपचुनावः पंत परिवार का दावा भाजपा में सबसे मजबूत
देहरादून, । पिथौरागढ़ विधानसभा सीट पर उप चुनाव की घोषणा होने के बाद से ही राजनीतिक दल भी सक्रिय हो गए हैं। भाजपा के सामने पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वर्गीय प्रकाश पंत की इस पारंपरिक सीट को फिर से जीतने की चुनौती है। इस सीट पर भाजपा की ओर से प्रत्याशी बनने का सबसे मजबूत दावा पंत परिवार का माना जा रहा है। भाजपा कार्यकर्ता भी पंत परिवार के किसी सदस्य को चुनाव में उतारना चाहते हैं। हालांकि, भाजपा ने इस सीट पर प्रत्याशी के चयन के लिए दो सदस्यीय समिति का गठन किया है। इसकी संस्तुति पर संभावित प्रत्याशियों के नाम का एक पैनल बनाकर केंद्रीय नेतृत्व को भेजा जाएगा। पिथौरागढ़ विधानसभा सीट बीते जून माह में कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत के निधन के बाद खाली हुई थी। केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने इस सीट पर उपचुनाव की घोषणा कर दी है। यहां 25 नवंबर को मतदान होना है। उप चुनाव की घोषणा होने के बाद से ही राजनीतिक दल भी अपने प्रत्याशी उतारने के लिए सक्रिय हो गए हैं। यह सीट भाजपा के लिए खासी अहम भी है। इस सीट के चुनावी नतीजे प्रदेश में भाजपा की मौजूदा राजनीतिक स्थिति का भी अहसास कराएंगे। इसके अलावा भाजपा इस समय सत्ता में भी है इस कारण यह सीट पार्टी की साख से भी जुड़ी है। जानकारों की मानें तो प्रकाश पंत की साफ छवि के साथ ही क्षेत्र में अच्छी पकड़ थी। ऐसे में यदि पंत परिवार से कोई प्रत्याशी खड़ा होता है तो निश्चित तौर पर जनता की सहानुभूति उनके साथ रहेगी। इस कारण भाजपा का इस सीट पर दावा और पुख्ता हो सकता है। जानकारों की मानें तो पार्टी नेता चुनाव के संबंध में स्वर्गीय पंत के परिजनों से चर्चा कर उनकी राय भी जानने का प्रयास चुके हैं।