फोटोग्राफी के हुनर ने दिलाई पहचान

देहरादून। आज के समय में फोटोग्राफी महज शौक नहीं रह गया, बल्कि करियर के तौर पर इसे अपनाने वालों की कमी नहीं। युवाओं का फोटोग्राफी के क्षेत्र में करियर बनाने का क्रेज बढ़ता जा रहा है। खास बात यह भी है अब महिलाएं भी समाज की सभी भ्रांतियां तोड़कर फोटोग्राफी में नाम कमा रही हैं। चाहे घने जंगलों में मुश्किल हालात में वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी करनी हो या किसी शादी में चुस्ती के साथ हर मूमेंट को कैमरे में कैद करना हो, हर काम को महिलाएं बखूबी अंजाम दे रही हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे ही महिलाओं से आपको रूबरू करवाने जा रहे हैं।
दून की सोना कुकरेती पिछले आठ सालों से फोटोग्राफी कर रही हैं। इन आठ सालों में उन्होंने कॉर्बेट नेशनल पार्क और राजाजी नेशनल पार्क की कई अनदेखी जगहों को अपने कैमरे में कैद कर आम लोगों के लिए उपलब्ध करवाया। सोना ने बताया कि वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी के लिए उनका शौक जानवरों से प्यार ने जगाया। जानवरों की संवेदना, उनके व्यवहार और उनकी भावनाओं को कैमरे में कैद कर वो खुद को प्रकृति के और करीब महसूस करती हैं। अपना एक अनुभव साझा करते हुए सोना से बताया कि एक दफा राजाजी नेशनल पार्क में हाथियों के फोटोशूट के दौरान एक हाथी उनकी गाड़ी के पीछे दौड़ने लगा। बहुत दूर तक पीछा करने के बाद कहीं हाथी शांत हुआ। उन्होंने बताया कि यह उनके करियर का सबसे डरावना अनुभव जरूर है, लेकिन सबसे यादगार भी यही रहा। वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी के अलावा सोना कुकरेती लैंडस्केप फोटोग्राफी भी करती हैं। सोना ने बताया कि विभिन्न प्रतियोगिताओं और प्रदर्शनियों में फोटो बिकने पर अच्छा दाम भी मिल जाता है। वह फिलहाल कोरोना काल समाप्त होने का इंतजार कर रही हैं, जिससे जल्दी से किसी पहाड़ी या जंगल में जाकर प्रकृति और जानवरों को अपने कैमरे में कैद कर सकें।जब फोटोग्राफी शुरू की तो कई लोगों ने कहा ये लड़कियों का काम नहीं है। फोटोग्राफी के लिए इधर-उधर घूमना पड़ता है। पर बचपन से ही मुझे आर्ट से बहुत लगाव रहा तो मैंने फोटोग्राफी के अपने पैशन को दबाया नहीं, बल्कि अपने माता-पिता के सहयोग से अपने सपनों को पंख लगाए। यह कहना है पिछले छह सालों से वेडिंग फोटोग्राफी कर रही दीक्षा रावत का। दीक्षा ने बताया कि फोटोग्राफी के पैशन को पूरा करने के लिए उन्होंने दून के ही एक निजी कॉलेज से मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई करने के बाद कुछ समय अखबार और मैगजीन में काम किया। इसके बाद वेडिंग फोटोग्राफी के लिए रुझान बढ़ा, तो शादियों में फोटोशूट करना शुरू कर दिया। दीक्षा बताती हैं कि उन्हें शादियों में फोटोग्राफी करना इसलिए भी पसंद है, क्योंकि शादी हर किसी के जीवन का अहम हिस्सा है। यह दिन दूल्हा- दुल्हन से लेकर शादी में शामिल पूरे परिवार के लिए खास होता है। उन्हें इस दिन को कैमरे में कैद कर यादगार बनाना बहुत पसंद है। बताया कि क्लाइंट और शादी कितने दिनों की है, इसपर ही उनकी कमाई निर्भर करती है।

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