हार्दिक पटेल के समर्थन में सड़कों पर उतर आए लोग
अहमदाबाद ।भूख हड़ताल पर बैठे पाटीदार समुदाय के नेता हार्दिक पटेल की हालत लगातार बिगड़ रही है। गुरुवार से उन्होंने जल भी त्याग दिया है। डॅक्टरों ने उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताई है। सूत्रों के मुताबिक किसानों की कर्जमाफी के मुद्दे पर राज्य सरकार और पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (PAAS) के बीच नरेश पटेल की मध्यस्थता के प्रस्ताव के बाद हार्दिक 14वें दिन यानी आज अपना अनिश्चितकालीन अनशन खत्म कर सकते हैं। बता दें कि भूख हड़ताल के 13वें दिन हार्दिक पटेल बेहद कमजोर लग रहे थे और उन्हें चलने के लिए वीलचेयर का सहारा लेना पड़ रहा था। सूत्रों के अनुसार खोडलधाम के संस्थापक नरेश पटेल हार्दिक की मांगों को लेकर रुपाणी सरकार से बातचीत करेंगे। इसे देखते हुए हार्दिक पटेल के अनशन खत्म होने की अटकलें लगाई जा रही हैं।
गौरतलब है कि हार्दिक पटेल ने किसानों की कर्जमाफी और सरकारी नौकरियों एवं शिक्षा के क्षेत्र में ओबीसी वर्ग के तहत पाटीदार समुदाय के लिए आरक्षण की मांगों को लेकर 25 अगस्त को भूख हड़ताल शुरू की थी। अब अनशन को जल्द से जल्द खत्म कराने के लिए नरेश पटेल शुक्रवार को गांधीनगर में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से बातचीत करेंगे। इसमें वह किसानों की कर्जमाफी और पाटीदार समुदाय के लिये आरक्षण की मांग पर चर्चा करते हुए कोई हल निकालने की कोशिश करेंगे। बता दें कि अभी तक सरकार ने हार्दिक की मांगों को लेकर उनसे किसी भी तरह की कोई बात नहीं की है। हार्दिक ने शर्त रखी थी कि सरकार उनकी मांगोंं पर विचार करेगी, तो वह भूख हड़ताल खत्म कर देंगे। इतना ही नहीं उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर 24 घंटे में बीजेपी ने उनकी मांगों को लेकर बात नहीं की, तो वह जल भी त्याग देंगे। इसके बाद उन्होंने गुरुवार की शाम से पानी पीना भी बंद कर दिया।
हार्दिक की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती करने की सलाह दी गई थी, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया। हार्दिक पटेल के बिगड़ते स्वास्थ्य को देखते हुए नरेश पटेल काफी चिंचित हैं। यही वजह है कि नरेश पटेल सरकार से बातचीत करने के लिए आगे आए हैं। सरकार और नरेश पटेल की बातचीत को लेकर पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (PAAS) के प्रवक्ता मनोज पनारा ने कहा,’नरेश पटेल पाटीदार समुदाय के एक सम्मानित व्यक्ति हैं। इस मसले को सुलझाने में वह आगे आ रहे हैं और हम उनके इस कदम का स्वागत करते हैं।’ इस बीच आरक्षण की मांग और किसानों की कर्जमाफी के मुद्दे पर जूनियर डॉक्टर्स असोसिएशन के 200 से ज्यादा सदस्यों ने हार्दिक से बात कर अपना समर्थन जताया है। वहीं, गुजरात के पाटीदार बहुल इलाकों सूरत, मेहसाणा पाटन, जसदन, ऊंझा और विसावदर में लोग हार्दिक पटेल के समर्थन में सड़कों पर उतर आए हैं। कई जगहों पर महिलाओं ने रास्ता जाम कर दिया।