ऑफिस में नौ मिनट कसरत करने से कम होंगे हृदय रोग

ऑफिस में कसरत करने के लिए उपकरण लगाने और कर्मचारियों को हफ्ते में कम से कम दो बार उनका इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करने से उनमें हृदयरोगों और मधुमेह का खतरा कम हो सकता है। एक हालिया शोध में यह खुलासा हुआ है। स्कॉटलैंड की सर्टिलिंग यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन में पता चला है कि हर दिन कम से कम आठ मिनट 40 सेकेंड तक कसरत करने से हृदयरोगों का खतरा 15 फीसदी कम हो सकता है और इसके साथ ही मधुमेह का जोखिम भी कम हो सकता है।
ऊर्जावन बने रहने में करता है मदद
दफ्तर में कसरत करने से कर्मचारियों के शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ी और उनके शरीर में खून ज्यादा तेजी से दौड़ने लगा। इससे उन्हें स्वस्थ और फिट होने में मदद मिली। शोधकर्ताओं ने कहा, दफ्तरों में कसरत वाली बाइक लगाने से कर्मचारियों को यह बहाना बनाने का मौका नहीं मिला कि उनके पास पर्याप्त समय या सही उपकरण नहीं है। कर्मचारियों ने कहा कि दफ्तर में कसरत करने के बाद उन्होंने काफी ऊर्जावान महसूस किया और फिट भी होने लगे। शोधकर्ताओं ने कहा कि बाइक पर कसरत करना इतना आसान था कि उसके लिए न तो कर्मियों को कपड़े बदलने की जरूरत है और न ही बाद में नहाने की। कार्डियोरेस्पेरेट्री फिटनेस का स्तर खराब होने से हृदयरोग, कैंसर जैसी घातक बीमारियां हो सकती हैं।
ऐसे किया अध्ययन
शोधकर्ताओं की टीम ने 25 असक्रिय दफ्तर के कर्मचारियों पर यह अध्ययन किया। इन्हें दो समूहों में बांटा गया। इन समूह अपना सामान्य जीवन जी रही थी। वहीं, दूसरे समूह को छह हफ्तों पर दफ्तर में बाइक पर कसरत कराई गई। शोधकर्ताओं ने दिल और फेफड़ों की फिटनेस को मापने के लिए वीओटू मैक्स का स्तर मापा। यह दिल और फेफड़ों द्वारा कसरत के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले ऑक्सीजन का स्तर है। कसरत वाले प्रतिभागियों में वीओटू मैक्स 10 फीसदी तक बढ़ा। इससे बाद के जीवन में हृदयरोगों का जोखिम 15 फीसदी तक कम होता दिखा। शोधकर्ताओं ने कहा, प्रतिभागियों ने अपने रूटीन को सफल बताया और कहा कि उन्हें इस कसरत के लक्ष्य को प्राप्त करने में कोई परेशानी नहीं हुई और उन्होंने इसका आनंद उठाया।