कमल नाथ को बचानी होगी विजयपुर सीट
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारी कांग्रेस भी बड़ी सावधानी से कर रही है। श्योपुर की विजयपुर सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती है लेकिन इस बार ऐसी चर्चा है कि मतदाता कांग्रेस को यह सीट नहीं सौंपेंगे। विजयपुर सीट से कांग्रेस के रामनिवास रावत इस समय विधायक हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ का यही प्रयास है कि कांग्रेस उन सीटों पर अपनी स्थिति मजबूत कर ले। इस सीट से पांच बार चुनाव जीत चुके रामनिवास हाल ही प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बनाये जा चुके हैं। इस सीट को भाजपा लम्बे समय से जीतने की रणनीति बनाती रही है।
भाजपा ने 2013 में इस सीट पर सीताराम आदिवासी को अपना प्रत्याशी बनाया। वह कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास रावत से सिर्फ दो हजार मतों से पराजित हुए थे। जीत-हार का यह अंतर बहुत मामूली समझा जाता है। इसीलिए श्री कमलनाथ ने इस सीट पर तैयारी में कोई कसर बाकी नहीं रखी है। इस बार भाजपा यहां से किसको उम्मीदवार बनाएगी, यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस सीट से सांसद अनूप मिश्र, रिटायर्ड कलेक्टर पन्नालाल सोलंकी, भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक गर्ग और पूर्व विधायक बाबूलाल मेवरा को प्रत्याशी बनाया जा सकता है। यहां पर जातीय समाज को देखा जाए तो मीणा समुदाय के लोग ज्यादा हैं। इनके अलावा आदिवासी, रावत, बैरवा (जाटव), माली, धाकड़ समाज का भी प्रभाव है। ब्राह्मण, वैश्य व गुर्जर वर्ग को नजरंदाज करके भी यहां विधायक नहीं बन सकता।