जयराम के सूबे में 50 गांव होंगे डिजिटल
शिमला। हिमाचल प्रदेश के 50 गांव डिजिटल बनाएं जाएंगे। प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों को ई-अस्पताल बनाया जाएगा। इसके लिए राष्ट्रीय सूचना केंद्र (एनआइसी को तुंरत कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। यह घोषणा केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना एवं प्रौद्योगिकी और कानून एवं न्याय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने की। उन्होंने शिमला में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (एसटीपीआइ) के इंक्यूबेशन सेंटर की एक होटल में आधारशिला रखी। इस सेंटर को शिमला के निकट मैहली में स्थापित किया जाएगा। प्रदेश में आइटी के क्षेत्र में क्रांति आएगी। प्रदेश में और बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग (बीपीओ) कंपनियां स्थापित की जाएंगी। देश में 52 एसटीपीआइ हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि कांगड़ा जिला में गगल हवाई अड्डे के समीप एक एसटीपीआइ बनाने का प्रस्ताव है। इसके लिए भूमि का चयन कर लिया गया है। भारत नेट परियोजनाओं के प्रथम चरण में 251 पंचायतों में से 221 पंचायतों को हाई स्पीड इंटरनेट सुविधा दी गई है। शेष 2785 पंचायतों को दूसरे चरण में जल्द जोड़ा जाएगा। डाटा सेंटर के विस्तार के लिए केंद्र सरकार से 32.86 करोड़ रुपये की आवश्यकता है। सभी जिलों में ई-अस्पताल सुविधा से दूरदराज के क्षेत्रों में विशेषज्ञ सुविधा उपलब्ध होगी। इस दौरान कृषि एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. रामलाल मार्कंडेय, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री किशन कपूर, शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज व गण्यमान्य मौजूद थे।