नरेश अग्रवाल की मोदी पर अमर्यादित टिप्पणी से हंगामा, भाजपा ने आपत्ति जताई

लखनऊ । अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन उत्तर प्रदेश की बैठक में राज्यसभा सदस्य नरेश अग्रवाल ने प्रधानमंत्री पर जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर अमर्यादित टिप्पणी कर दी। इससे नाराज समाज से जुड़े लोगों ने नाराजगी जताकर हंगामा किया। काफी देर तक बैठक में गहमागहमी रही। सांसद कुछ देर बाद मौके से चले गए। तब जाकर हालात सामान्य हुए। भाजपा ने नरेश के इस बयान की निंदा की और प्रधानमंत्री के नाम को जाति विशेष से जोड़े जाने पर समाजवादी पार्टी से माफी मांगने को कहा है।

नरेश के बयान के लिए सपा मांगे माफी
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने सपा महासचिव नरेश अग्रवाल द्वारा एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री के नाम को जाति विशेष से जोड़े जाने की घोर निंदा की और कहा कि सपा को नरेश अग्रवाल के इस बयान के लिए क्षमा मांगनी चाहिये। प्रधानमंत्री किसी जाति का नहीं होता बल्कि वह भारत का गौरव है। सपा जाति-पाति की राजनीति करती है। प्रधानमंत्री के रूप में मोदी पूरे विश्व में भारत व भारतीयता का परचम फहरा रहे हैं। मौजूदा समय में मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व गुरु के पद पर प्रतिष्ठित होने के लिये तेजी से आगे बढ़ रहा है, ऐसे में संकुचित राजनीतिक सोच के लोग आज भी पीएम को जाति के खांचे में देखते हैं। यह निंदनीय है।
पीएम मोदी पर जातिसूचक टिप्पणी
लखनऊ में अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन उत्तर प्रदेश की बैठक की कार्रवाई शुरू हुई तो नरेश अग्रवाल ने कहा कि जातियों के षड्यंत्र में हमारी आबादी को छिपा दिया गया। कोई भी नगर या तहसील ऐसी नहीं जहां हमारी संख्या न हो। बावजूद इसके हमारी संख्या को सही तरीके से नहीं दिखाया जा रहा है। यह एक राजनीतिकषड्यंत्र है। यही कारण है कि राजनीतिकदल हमारी शक्ति को महसूस नहीं कर पा रहे हैं। हम देश के सबसे बड़े आयकरदाता हैं। दुनिया के अन्य आयकरदाताओं की तरह हमें भी विशेष सुविधाएं मिलनी चाहिए। जीएसटी से हुए नुकसान का जिक्र करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री पर जातिसूचक टिप्पणी कर दी। इस पर वहां बैठे साहू समाज के लोगों ने खड़े होकर अपनी आपत्ति दर्ज कराना शुरू कर दी और हंगामा शुरू कर दिया। काफी समझाने के बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ। इसी बीच सांसद बैठक से चले गए। कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी ने वैश्य समाज को देश की आर्थिक संरचना की रीढ़ और देश का सजग प्रहरी बताया। बैठक में मौजूद नेताओं ने वैश्य समाज को मजबूत करने का आह्वान किया।
संगठन विस्तार के लिए तीन जोन गठित
राष्ट्रीय महामंत्री गोपाल एम मोर ने कहा कि देश में 25 करोड़ वैश्य समाज के लोग राष्ट्र की प्रगति में अपना योगदान कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वैश्य वर्ग के 52 उपवर्ग हैं। कार्य की दृष्टि से यूपी को तीन जोन में विभक्त किया जा रहा है। पूर्व, पश्चिम और मध्य जोन बनाया गया है, जहां संगठन कार्य को विस्तार दिया जाएगा। सभी उपवर्गों में रोटी बेटी के संबंध को बढ़ाया जाना आवश्यक है। राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. दाऊजी गुप्त ने कहा कि भारत ही नहीं विश्व के कई देशों में वैश्य समाज अग्रणी भूमिका में है। अध्यक्षता कर रहे प्रदेश अध्यक्ष नटवर गोयल ने वैश्य समाज से एकजुटता का आह्वान करते हुए कहा कि प्रदेश में चार करोड़ वैश्य विभिन्न उपवर्गों से हैं। उन्हें एकजुट करने का प्रयास निरंतर संगठन करता रहा है। कासगंज में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना में चंदन गुप्ता की मौत पर समाज के लोग दुखी हैं। प्रदेश सरकार उनके परिवार को बड़ी आर्थिक मदद करे और उनके भाई को सरकारी नौकरी उपलब्ध कराए।

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