गाजीपुर में दिव्यांग दुल्हन की शर्त शौचालय बनने पर ही आऊंगी ससुराल
गाजीपुर । ससुराल में शौचालय नहीं बना तो भावी दुल्हन ने चौखट लांघने से इन्कार कर दिया। इससे वर पक्ष असमंजस में पड़ गया और दुल्हन को मनाने का दौर जारी है। मामला जैतपुरा गांव निवासी सुदामा निषाद का है। सुदामा का विवाह वीरपुर गांव निवासी जनार्दन निषाद की बेटी राजकुमारी से आठ फरवरी को होना तय हुआ है।
वर व वधू दोनों दिव्यांग हैं लेकिन, पढ़े-लिखे हैं। सुदामा जहां स्नातक स्तर तक की पढ़ाई पूरी कर चुके हैं वहीं राजकुमारी स्नातक अंतिम वर्ष में हैं। दोनों का विवाह तय होने के दौरान वधू पक्ष ने सुदामा के घर में शौचालय न होने का सवाल खड़ा किया। इस पर वर पक्ष की तरफ से आश्वासन मिला कि विवाह से पहले प्रत्येक दशा में हम शौचालय बनवा लेंगे।
दिव्यांग सुदामा के पिता प्यारेलाल ने ग्राम पंचायत के प्रधान, सेक्रेटरी, सदर विकासखंड के खंड विकास अधिकारी आदि के यहां शौचालय बनवाए जाने की गुहार लगाई किंतु अब तक शौचालय नहीं बन पाया। इधर, पढ़े-लिखे सुदामा और राजकुमारी में सोशल साइट के जरिये बातचीत भी शुरू हो गई। राजकुमारी की तरफ से बार-बार सुदामा से पूछा जा रहा है कि शौचालय के निर्माण की प्रगति क्या है? राजकुमारी ने यहां तक कह दिया कि शौचालय नही बना तो मैं ससुराल का चौखट नहीं लाघूंगी।
सामाजिक संस्था से लगाई गुहार
बात बिगड़ती देख सुदामा ने अपना संदेश समग्र विकास इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रजभूषण दुबे तक पहुंचाया। इस पर ब्रजभूषण दुबे सोमवार को सुदामा के घर अपने सहयोगियों सहित पहुंचकर पूरा हाल जाने। उन्होंने पूरा मामला जिलाधिकारी के बालाजी, केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा सहित उत्तर प्रदेश शासन व प्रधानमंत्री के पोर्टल पर भेजते हुए तत्काल सुदामा के घर स्तरीय शौचालय निर्माण कराए जाने की मांग की।