प्रद्युम्न केसः हत्यारोपी छात्र के ‘व्यवहार’ पर CBI संग मनोचिकित्सक भी हैरान

नई दिल्ली । हरियाणा के साथ-साथ देश भर में चर्चित प्रद्युम्न हत्याकांड में केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) की पड़ताल के दौरान नए-नए खुलासे सामने आ रहे हैं। जांच में जुटे सीबीआइ के सूत्रों के मुताबिक, ग्रुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 8 सितंबर को सुबह-सुबह टॉयलेट में आठ साल के मासूम प्रद्युम्न की हत्या को अंजाम देने के बाद हत्यारोपी छात्र लगातार दो महीने तक सामान्य तरीके से जिंदगी जीता रहा। वहीं, छात्र के इस व्यवहार से मनोचिकित्सक भी हैरानी जता रहे हैं।

कहा जा रहा है कि इन दो महीनों के दौरान हत्यारोपी 11वीं के इस छात्र में कोई असामान्य व्यवहार नहीं देखा गया न तो स्कूल में और न ही दोस्तों के बीच ही। कहा तो यहां तक जा रहा है कि उसके परिवार के सदस्यों में खासतौर से मां-बाप भी उस लड़के के व्यवहार में कोई बदलाव समझ पाए।

जानें आरोपी कैसे करता था व्यवहार

हत्या के बाद वह सामान्य ढंग से जिंदगी जी रहा था। वह पढ़ाई करने के साथ अपने दोस्तों के साथ खेलता था। हैरानी की बात है कि उसके चेहरे पर कभी असामान्य भाव ही नहीं आया।

सीबीआइ सूत्रों के मुताबिक, हत्या के दो महीने बाद तक भी इस छात्र ने इस घटना का जिक्र तक किसी से नहीं किया। सीबीआइ का कहना है कि उसने इस बारे न तो अपने किसी परिजन को बताया और न ही अपने करीबी दोस्तों को और न ही किसी अन्य परिचित को। हैरानी की बात तो यह है कि हत्या करने पर कोई पछतावा या अफसोस का भाव भी कभी उसके चेहरे पर नहीं देखा गया।

सीबीआइ के सूत्रों की मानें तो इसी स्कूल के आरोपी छात्र ने परीक्षा-पीटीएम टलवाने के लिए हत्या की बात सहज रूप से स्वीकार की थी। इसके बाद जब हत्यारोपी छात्र ने खुलासा करना शुरू किया तो सीबीआइ अधिकारी भी हैरान रह गए।

अधिकारियों के मुताबिक, छात्र ने हत्या की बात किसी को नहीं बताई थी। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि कुछ दिनों पहले खरीदे गए चाकू से उसने अपने ही स्कूल के जूनियर छात्र का कत्ल कर दिया है।

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