अलकायदा आतंकी के इरादे जानकर उड़ जाएंगे होश, सीरिया से भी जुड़े तार
नई दिल्ली । दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार अलकायदा आतंकी समी उन रहमान से मिली जानकारी ने सुरक्षा एजेंसियों व सेल की नींद उड़ा दी है। समी उन रहमान पिछले पांच हफ्ते से दिल्ली के मुस्लिम बहुल इलाके में था व यहां रहने वाले 20 से अधिक रोहिंग्या मुस्लिमों को अलकायदा आतंकी बनने के लिए प्रेरित कर चुका है।
दिल्ली में करीब 1000 रोहिंग्या मुस्लिम रहते है। दक्षिणी दिल्ली में इनकी संख्या सबसे अधिक है। तफ्तीश में ऐसे तथ्य सामने आने पर दिल्ली पुलिस यहां रहने वाले रोहिंग्या मुस्लिमों पर नजर रखने की तैयारी कर रही है।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक
मंगलवार को पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को मामले की विस्तृत जानकारी से अवगत कराया। इस मौके पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल व आइबी निदेशक भी मौजूद थे। कई घंटे चली बैठक में अलकायदा आतंकी के पकड़े जाने व रोहिंग्या मुस्लिमों को लेकर चर्चा हुई।
स्पेशल सेल ने बना रखी थी नजर
स्पेशल सेल के सूत्रों के मुताबिक तीन माह पहले जब समी बांग्लादेश से कोलकाता फिर वहां से हजारीबाग आया, तभी से आइबी व स्पेशल सेल उस पर नजर बनाए हुए थी। अप्रैल में बांग्लादेश की जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद जुलाई में वह पहले कोलकाता आया। यहां कुछ दिन रुककर वह हजारीबाग आ गया और कई हफ्ते तक रुका। इन दोनों जगहों पर मदरसे में जाकर उसने रोहिंग्या मुस्लिमों से दोस्ती की, उनके मोबाइल नंबर लिए और उन्हें अलकायदा के लिए प्रेरित किया। करीब पांच हफ्ते पहले वह दिल्ली आया था।
मुस्लिम बाहुल्य इलाके पर नजर
दिल्ली के मुस्लिम बाहुल्य इलाके में वह अलग-अलग जगहों पर रहा। सूत्रों की मानें तो वह कई रोहिंग्या मुस्लिमों का ब्रेन वॉश कर उन्हें अलकायदा का आतंकी बनने को प्रेरित कर चुका है। दिल्ली में भी वह अलकायदा का बेस बनाना चाह रहा था। आतंकी समी दिल्ली में किन-किन जगहों पर रहा, इस बारे में बताने से सेल ने साफ इन्कार किया है।
तथ्यों को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता
संयुक्त आयुक्त स्पेशल सेल एमएम ओबेराय का कहना है कि जांच जारी है, इसलिए अभी कई तथ्यों को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है। इससे जांच प्रभावित हो सकती है। उन्होंने कहा कि आतंकी के विदेशी लिंक भी सामने आए हैं।
मोटिवेशन मास्टर के तौर पर है समी की पहचान
युवाओं को भड़काकर उन्हें आतंकी बनाने में समी को महारत हासिल है। अलकायदा के उसके सीरियाई आका उसे मोटिवेशन मास्टर कहते हैं। 2014 में बांग्लादेश पहुंच कर समी ने बांग्लादेश हाई कोर्ट के जज के बेटे आसिफ अदनान व वहां की सरकार में संयुक्त सचिव रैंक के एक अधिकारी के बेटे तंजिल को बहकाकर उन्हें अलकायदा आतंकी बना लिया था।
भारत में अलकायदा का बेस कैंप
सेल का कहना है कि जब हाई प्रोफाइल परिवार के युवाओं को आतंकी बहका सकता है, तो कम पढ़े लिखे मुस्लिम युवाओं को वह जल्दी आतंकी बनने के लिए उकसा सकता है। उसे भारत में अलकायदा का बेस कैंप बनाने, युवाओं की भर्ती कर अलकायदा आतंकी बनाने व प्रशिक्षण देने के बाद म्यांमार सेना से लड़ने के लिए भेजने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
सीरिया से मल रहे थे दिशानिर्देश
भारत भेजने के बाद से सीरिया के आतंकी लगातार समी से बात कर उसे दिशानिर्देश दे रहे थे। वह मुस्लिम युवाओं से टेलीग्राम व फेसबुक के जरिये भी संपर्क करता था। समी के बांग्लादेशी आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिदीन से भी लिंक होने की जानकारी मिली है।
परिवार ने नहीं किया संपर्क
स्पेशल सेल ने अमेरिकी दूतावास व बांग्लादेशी दूतावास के जरिये आतंकी के पुराने आपराधिक रिकॉर्ड के बारे में जानकारी मांगी है। उसके गिरफ्तार होने के बाद से परिवार के किसी सदस्य ने सेल से कोई संपर्क नहीं किया है। सेल व आइबी समी से लोधी कॉलोनी स्थित कार्यालय में लगातार पूछताछ कर रही है। सेल का कहना है कि साल 2011 में लंदन में वह रैश ड्राइविंग में गिरफ्तार हुआ था। इस अपराध में एक साल तक जेल में रहने के दौरान ही वह गलत लोगों के संपर्क में आ गया था और जेल से निकलते ही वह आतंकी बन गया था।