RS चुनावः बुरे फंसे केजरीवाल, किसी ने कहा धोखेबाज तो कोई बोला- बिजनेसमैन

नई दिल्ली । दिल्ली से राज्यसभा की तीन सीटों में से दो पर आम आदमी पार्टी के घोषित नाम सिर्फ राजधानी के ही नहीं, बल्कि पड़ोसी राज्य हरियाणा के प्रमुख नेताओं के भी गले नहीं उतरे। आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने नाम घोषित किए, वैसे ही हरियाणा में प्रमुख दलों के नेताओं ने एक स्वर में दिल्ली के मुख्यमंत्री पर राजनीतिक हमला बोला।

भाजपा, इनेलो, कांग्रेस के प्रमुख नेताओं ने कहा कि केजरीवाल ने तीन में से दो टिकट एक तरह से बेच दी हैं, केजरीवाल के निर्णय से यही संदेश पूरे देश में गया है। जिस सिद्धांत को लेकर केजरीवाल ने आम आदमी का समर्थन पाया था, उसे उन्होंने ने बुधवार पूरी तरह तोड़ दिया। इन दलों के नेताओं ने कहा कि केजरीवाल का यह निर्णय सीधे आम आदमी से धोखा किया है।

हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ.अशोक तंवर ने कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली के बाद पंजाब में जहर घोलने का नाकाम प्रयास किया।

कांग्रेस हमेशा सचेत रहती थी कि केजरीवाल कहीं हरियाणा का माहौल न बिगाड़ने आ जाएं मगर राज्यसभा की तीन टिकटों में से दो टिकट उद्योगपतियों को दिए जाने के बाद केजरीवाल की धोखाधड़ी की राजनीति का अंत हो गया है, क्योंकि अब आगे केजरीवाल आम आदमी के नाम पर किसी को धोखा देने लायक नहीं रहेंगे।

केजरीवाल का स्वरूप ठीक उसी प्रकार का है जैसे हाथी के दांत खाने के और दिखाने के और। अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार और घोटालों के खिलाफ जिस आंदोलन को खड़ा किया उसे भाजपा ने तो सिर्फ प्रायोजित किया था, मगर केजरीवाल शातिर दिमाग से इसे राजनीतिक रूप से भुना ले गए।

केजरीवाल ने जो व्यवस्था में बदलाव का सपना आम आदमी को दिखाया था, वह अब पूरी तरह टूट चुका है। राज्यसभा के लिए दो गैरराजनीतिक उद्यमियों के नाम सुनते आम आदमी और आम कार्यकर्ता के दिल पर पहाड़ टूट पड़ा होगा।

हरियाणा की जनता तो केजरीवाल को पहले ही लोकसभा चुनाव में पूरी तरह नकार चुकी है। अब इस प्रकरण के बाद आम आदमी पार्टी या केजरीवाल हरियाणा में अस्तित्वविहीन हो जाएगी।

केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि राज्यसभा की टिकट वितरण के बाद केजरीवाल का असली चेहरा उजागर हो गया है।

देशभक्ति का झंडा उठाकर कांग्रेस के घोटालों के खिलाफ एकजुट लोगों की भावनाओं से खेलकर अर¨वद केजरीवाल ने जो खेल खेला है, वह अब पूरी तरह अंत की ओर बढ़ गया है।

अब आम आदमी पार्टी घोषित रूप में खास आदमियों की पार्टी हो गई है। केजरीवाल से एक बार धोखा खा चुके समाजसेवी अन्ना हजारे ने अपनी दूरदर्शी सोच के कारण ही फिर कभी अरविंद केजरीवाल को पास नहीं फटकने दिया।

अरविंद केजरीवाल से अन्ना हजारे की दूरी आज के दिन सब लोगों के समझ में आ रही है। अन्ना को जब शुरूआती दौर में ही केजरीवाल का भ्रष्टाचार दिखाई दे गया तो उन्होंने आम आदमी पार्टी से दूरी बनाई थी।

हिसार से इनेलो के सांसद दुष्यंत चौटाला ने आम आदमी पार्टी की राज्यसभा की टिकट वितरण को गैर राजनीतिक बताते हुए कहा कि यह बिजनेसमैन के लिए लिया गया निर्णय है।

इस निर्णय के साथ ही आम आदमी पार्टी को अब अपना नाम बदलकर खास आदमी पार्टी रख लेना चाहिए। चौटाला ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आम आदमी को सरेआम धोखा दिया है।

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