भाजपा का मूल मंत्र ‘सर्वधर्म झगड़ा भाव’ है : हरीश रावत
देहरादून। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और उत्तराखंड चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस ही हिंदुओं की सच्ची हितैषी है। भाजपा ने तो हिन्दुत्व का तत्व यानि हिन्दुत्व का जूस ही निकाल लिया है। वह अपने राजनीतिक हित के लिए धर्म का इस्तेमाल करती है। कांग्रेस सनातन धर्म के सर्वधर्म समभाव के सिद्धांत का पालन करती है और भाजपा का मूल मंत्र ‘सर्वधर्म झगड़ा भाव’ है। कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में शनिवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेस की शुरूआत भी रावत ने जय श्रीगणेश के उदघोष के साथ की। प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को नमन करते हुए रावत ने कहा कि कहा कि उनके हर अभियान की शुरूआत अब श्रीगणेश वंदना के साथ ही शुरू होगी। रावत ने आप सुप्रीमो दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के उत्तराखंड को देश की आध्यात्मिक राजधानी बनाने के बयान का भी मखौल उड़ाया। कहा कि उत्तराखंड तो पहले से ही देवभूमि है। यहां तो सब कुछ समाहित है अब भला यह आध्यामिक राजधानी की बात तो समझ से परे है। आलॅवेदर रोड को आल उत्तराखंड कष्ट रोड ठहराते हुए रावत ने कहा कि सरकार ने अनियोजित निर्माण करने के पूरे क्षेत्रों को संवेदनशील जोन में तब्दील कर दिया है।रावत ने कहा कि जल्द ही वो मोरी से मुनस्यारी और टनकपुर से खानपुर तक यात्रा पर निकलेंगे। इस दौरान प्रदेश की जनता के पास जाकर पूछेंगे कि प्रदेश के हित में तमाम कार्य करने के बावजूद आखिर वर्ष 2017 में कांग्रेस को 11 सीट पर ही क्यों सिमटा दिया? सांसद अनिल बलूनी द्वारा हरिद्वारी लाल बताए जाने का स्वागत करते हुए रावत ने कहा कि जल्द ही दो दिन की हरिद्वार परिक्रमा भी निकालेंगे। इसमें गन्ना और मंडुवा को प्रतीक चिह्न के रूप में लेकर जनता के बीच जाएंगे।रावत ने कहा कि सत्ता में आने पर कांग्रेस अपने कार्यकाल की सभी योजनाओं को दोबारा शुरू करेगी। उन योजनाओं के बिना न तो हरीश रावत हरीश रावत है और नहीं उत्तराखंड उत्तराखंड। मालूम हो कि भाजपा सरकार ने सस्ता अनाज, कन्याधन योजना, मेरे बुजुर्ग मेरे तीर्थ समेत विभिन्न योजनाओं में भारी फेरबदल कर दिया है। इसका कांग्रेस शुरू से विरोध करती आ रही है।