यूपी की हर नदी में प्रवाहित होंगी अटल की अस्थियां : योगी

अटल बिहारी वाजपेयी जी का निधन भारत की राजनीति के महायुग का अवसान : योगी 

लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का दिल्ली के एम्स में 16 अगस्त की शाम निधन हो गया। वाजपेयी के निधन से देशभर में शोक की लहर है। केंद्र सरकार की ओर से दुख की इस घड़ी में 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है वहीं देश के कई राज्यों में भी राजकीय शोक का ऐलान किया गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 7 दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया है। यूपी से वाजपेयी का गहरा नाता रहा है और इसी राज्य को उनकी कर्मभूमि कहा जाता है। वह लखनऊ से सांसद रहे और यूपी में बीजेपी को सत्ता के शिखर तक पहुंचाने में वाजपेयी का अहम योगदान है। यही वजह है कि वाजपेयी के सम्मान में राज्य के सभी सरकारी कार्यालय, स्कूल, कॉलेजों को 17 अगस्त को बंद रखने का फैसला किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के निधन पर गहरा दुःख हुआ। भारतीय राजनीति के शलाका पुरुष पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का निधन भारत की राजनीति के महायुग का अवसान है।
श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के लिए राष्ट्रहित सर्वोपरि था। वाजपेयी जी भारतीय राजनीति में मूल्यों और आदर्शों को प्राथमिकता देने वाले, स्वतंत्र भारत के ढांचागत विकास के दूरदृष्टा थे। भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में अटल जी जैसा विराट व्यक्तित्व मिलना कठिन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी घोषणा की कि वाजपेयी के पैतृक स्थान बटेश्वर, शिक्षा क्षेत्र कानपुर, प्रथम संसदीय क्षेत्र बलरामपुर और कर्मभूमि लखनऊ में उनकी स्मृतियों को जिंदा रखने के लिए विशिष्ट कार्य किये जाएंगे। साथ ही उनकी अस्थियां हर जिले की पवित्र नदियों में प्रवाहित की जाएंगी। वाजपेयी के निधन के बाद उनके पार्थिव शरीर को कृष्णा मेनन मार्ग स्थित उनके आवास पर रखा गया था जहां नेताओं और अन्य हस्तियों का तांता लग गया। शुक्रवार को सुबह 9 बजे वाजपेयी के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर स्थित बीजेपी मुख्यालय लाया गया। इसके बाद दोपहर एक बजे यहां से राष्ट्रीय स्मृति स्थल तक वाजपेयी की अंतिम यात्रा निकाली गयी। इस यात्रा में बीजेपी के दिग्गज नेताओं समेत हजारों कार्यकर्ता और आम जनता शामिल हुई। शाम
4.45 बजे स्मृति स्थल पर वाजपेयी का अंतिम संस्कार किया गया।

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