अनशन पर बैठे अन्ना हजारे
मुंबई। वरिष्ठ समाजसेवी अन्ना हजारे एक बार फिर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा केंद्र में लोकपाल की नियुक्ति में देरी के खिलाफ महाराष्ट्र स्थित अपने गांव रालेगण सिद्धि में अनशन पर बैठ गये हैं।
गौरतलब है कि अन्ना हजारे ने कहा कि उनका ये अनशन किसी व्यक्ति, पक्ष, पार्टी के विरुद्ध नहीं है। समाज और देश की भलाई के लिए मैं बार-बार आंदोलन करता हूं उसी प्रकार का ये आंदोलन है। अन्ना ने 28 जनवरी को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को लिखे पत्र में कहा है कि वह अहमदनगर जिले में स्थित अपने गांव रालेगण सिद्धि में अनशन शुरू करेंगे। बता दें कि पूर्व में अन्ना हजारे मोदी सरकार निशाना साध चुके हैं, उन्होंने कहा था कि लोकपाल और लोकायुक्त कानून-2013 के संबंध संवैधानिक संस्थानों के निर्णय पर ध्यान नहीं दे रही है। यह एक तरह से देश को तानाशाही की तरफ ले जाने का संकेत है। हजारे ने कहा कि 2011 में पूरा देश केंद्र में लोकपाल और राज्यों में लोकायुक्त की नियुक्ति के लिए उठ खड़ा हुआ था, जिसके बाद लोकपाल बिल पास हुआ था।