शराब बंदी कानून में संशोधन होगा
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि शराबबंदी कानून संशोधन विधेयक विधानमंडल के मॉनसून सत्र में पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून के जिन प्रावधानों का दुरुपयोग हो रहा है उसमें संशोधन होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि शराबबंदी के निर्णय से कोई समझौता नहीं करेंगे। इस कानून के एक-एक पहलू की समीक्षा हो रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अंतराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस (26 जून) के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से लागू है। इसके बाद भी कुछ लोग मानने को तैयार नहीं है। जहरीली शराब पीकर लोग मर रहे हैं। बेगूसराय में तो हॉस्पिटल में इस्तेमाल होने वाला स्प्रिट पीकर लोग मर गए। कुछ लोग इसे शराबबंदी की विफलता कह रहे हैं। यह शराबबंदी की विफलता नहीं है। लोग जहरीली शराब और स्प्रिट पीकर मर रहे हैं। यह चिंता की बात है। सरकार लोगों को इसके लिए जागरूक करेगी। लोगों को बताया जाएगा कि मिलावटी शराब और स्प्रिट पीने का क्या अंजाम होता है। इसका प्रचार किया जाएगा। नीतीश ने कहा कि कुछ लोगों को शराबबंदी पसंद नहीं है। वे इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता के रूप में देखते हैं। शराब पीना कोई पर्सनल लिबर्टी नहीं है। शराबबंदी की सफलता से ऐसे लोगों को तकलीफ हो रही है, जब भी कोई घटना होती है कुछ लोग इसे शराबबंदी से जोड़ देते हैं। यह गलत है। सीएम ने कहा कि बिहार में शराबबंदी लागू करना आसान न था। इसके लिए सरकारी स्तर पर काफी प्रयास किए गए। टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से शराब के धंधेबाजों पर नकेल कसी जा रही है।