कोरोना महामारी के चलते करीब 65 फीसदी लोग सस्ती गाड़ी खरीदना चाहते
नई दिल्ली। देश में कोरोना महामारी को देखते हुए लोगों को अपनी कार खरीदने की जरूरत पूरा करने के लिए पुरानी कारों के बाजार की तरफ अब ज्यादा रुख करने लगे हैं। आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2019-20 के मुकाबले वित्त वर्ष 2020-21 में करीब तीन गुना ज्यादा पुरानी गाड़ियां ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए ही बेची गई हैं। ऑनलाइन कार शॉपिंग वेबसाइट इंडिया ब्लू बुक के मुताबिक वित्त वर्ष 2019-20 में बिकने वाली पुरानी गाड़ियों की संख्या करीब 14 लाख थी। वित्त वर्ष 2020-21 में ये बढ़कर 39 लाख के करीब पहुंच गई। इस दौरान नई गाड़ियों की बिक्री में वित्त वर्ष 2020-21 में पहली तिमाही में रहे लॉकडाउन के चलते करीब 36 फीसदी की कमी देखी गई थीइसके अलावा ग्लोबल कंसल्टेंसी डेलॉएट के सर्वे में 75 फीसदी लोगों ने बताया है कि उन्होंने अपनी दूसरी गाड़ी की खरीद की समय सीमा कुछ दिनों के लिए टाल दी है। ये सर्वे दुनिया के 23 देशों के 24 हजार लोगों को बीच किया गया है। भारत के आंकड़ों की बात की जाए तो यहां सितंबर और अक्टूबर 2020 में लोगों के बातचीत की गई। इसमें से 38 फीसदी लोगों ने गाड़ी जल्द खरीदने की बात कही है। वहीं 37 फीसदी लोगों को अभी समय लगेगा। साथ ही 25 फीसदी लोग अगली गाड़ी की खरीद के लिए तैयार हैं। इनमें से 57 फीसदी लोगों ने अपनी पसंद की कीमत वाली गाड़ी खरीदने की योजना जरूर बदल दी है। कोरोना महामारी के चलते करीब 65 फीसदी लोग सस्ती गाड़ी खरीदना चाहते हैं। 30 फीसदी छोटी गाड़ी और 35 फीसदी लोगों को ज्यादा माइलेज वाली गाड़ी की जरूरत महसूस हो रही है। सर्वे में लोगों ने ये भी कहा है कि उन्हें गाड़ी खुद जाकर शोरूम से अधिकृत डीलर से ही लेने में दिलचस्पी है। न कि वर्चुअल माध्यम के जरिए गाड़ी खरीदना चाहते हैं।