सांसद के निधन के बावजूद बजट पेश करने पर विपक्ष ने उठाए सवाल, कहा इतनी जल्दी क्या है?
नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली आज देश का आम बजट पेश कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस ने पूर्व मंत्री और सांसद ई अहमद के निधन के बावजूद बजट पेश करने पर आपत्ति जताई है। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अभी 31 मार्च नहीं आई है। वित्त वर्ष पूरा होने में 31 मार्च तक का समय है। उन्होंने कहा कि बजट पेश करने के लिए अभी काफी समय है, सरकार को बजट एक दिन के लिए स्थगित कर देना चाहिए था।
खड़गे ने कहा कि सरकार का यह कहना कि ई. अहमद के निधन की जानकारी देर से जारी की गई, एक अमानवीय कृत्य है। मुझे लगता है कि सरकार को यह पहले से जानकारी थी कि सांसद ई. अहमद का निधन हो चुका है, लेकिन वो शायद घोषणा में देरी करने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सिर्फ कांग्रेस ही नहीं, बल्कि जेडीयू के नेताओं और पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा का भी मानना है कि बजट को स्थगित किया जाना चाहिए था।
ये सरकार परंपराओं का पालन नहीं करती: नरेश अग्रवाल
वहीं, कार्यवाही स्थगित करने के सवाल पर समाजवादी पार्टी के सांसद नरेश अग्रवाल ने कहा कि परंपरा तो यही रही है कि अगर संसद के किसी सदस्य का निधन हो जाता है तो कार्यवाही स्थगित की जाती है लेकिन ये सरकार परंपरा का पालन नहीं करती। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने कहा कि बजट को राष्ट्रपति के पास ले जाने की जरूरत ही नहीं थी। सरकार को आखिर किस बात की जल्दी है। यह सरकार की मानसिकता दर्शाता है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने ई. अहमद के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि बजट को आज पेश नहीं किया जाना चाहिए था।
दिल का दौरा पड़ने से हुआ था सांसद ई अहमद का निधन
आपको बता दें कि पूर्व मंत्री और सांसद ई अहमद का मंगलवार देर रात निधन हो गया। उन्होंने दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में आखिरी सांस ली। मंगलवार को संसद में राष्ट्रपति अभिभाषण के दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ गया था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। देर रात तकरीबन 12:30 के आसपास कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचें थे, लेकिन उन्हें ई अहमद से मिलने नहीं दिया गया। ये भी पढ़ें- बजट आने के बाद के रिएक्शन लीक, सोशल मीडिया पर वायरल
Source: hindi.oneindia.com