बोर्ड परीक्षा के मूल्यांकन से गायब रहे 25 फीसद परीक्षक
रामनगर, [जेएनएन]: प्रदेश में मूल्यांकन कार्य शुरू हो गया है। उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद के सचिव ने ऊधमसिंह नगर में बनाए गए मूल्यांकन केंद्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की जानकारी ली। पहले दिन मास्टर ट्रेनर्स ने परीक्षकों को मूल्यांकन का प्रशिक्षण दिया। मूल्यांकन केंद्रों में करीब 25 फीसद परीक्षक नहीं पहुंच पाए। प्रदेश में मूल्यांकन के लिए 30 केंद्र बनाए गए हैं।
हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा का मूल्यांकन कार्य दो मई तक चलना है। इसके लिए छह हजार परीक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। परिषद के सचिव सिमल्टी ने बताया कि 25 फीसद परीक्षक नहीं आ पाए हैं। रामनगर में इस बार एमपी हिंद इंटर कॉलेज की जगह जीजीआइसी में मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है।
यहां खंड शिक्षाधिकारी निर्मला बोहरा एवं कॉलेज की प्रधानाचार्य केडी माथुर की देखरेख में परीक्षकों को मास्टर ट्रेनर्स ने त्रृटिरहित मूल्यांकन करने की जानकारी दी। इस दौरान उन्हें मूल्यांकन की विधियों से भी अवगत कराया गया। जीजीआइसी में 194 परीक्षकों की ड्यूटी है। जिसमें से हिंदी, गणित, संस्कृत, अर्थशास्त्र, अंग्रेजी, जीव विज्ञान विषय के 32 परीक्षक मूल्यांकन के लिए नहीं पहुंचे। हाईस्कूल के 14 एवं इंटर के 18 परीक्षक शामिल हैं।
मूल्यांकन के दौरान काटी जा रही ड्यूटी
भले ही बोर्ड अधिकारी अब किसी भी परीक्षक की ड्यटी नहीं कटने की बात कह रहे हैं, लेकिन सूत्र बताते हैं कि जीजीआइसी मूल्यांकन केंद्र से एक परीक्षक ने अपनी ड्यूटी कटवाई, जबकि चार अंकेक्षण करने वाले परीक्षकों ने अपनी ड्यूटी काशीपुर लगवाई है।