पढ़ाई में नहीं लगता है मन तो 10वीं और 12वीं की टॉपर से जानें Success मंत्र

नई दिल्ली: काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन ने आईसीएसई (10वीं कक्षा) और आईएससी (12वीं कक्षा) के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए हैं. इस बार 10वीं कक्षा के पास के प्रतिशत 98.52 रहा जब की 12वीं में 96.47 फीसदी स्‍टूडेंट पास हुए हैं. पुणे की मुस्कान अब्दुल्ला पठान और बेंगलुरु के अश्विन राव दसवीं कक्षा में संयुक्त रूप से टॉपर हुए हैं जबकि कोलकाता की अनन्या मैती 99.5 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं कक्षा में देशभर में शीर्ष पर रही हैं. 12वीं कक्षा में लखनऊ की आयुषी श्रीवास्तव, कोलकाता के देवेश लाखोटिया, मुंबई की रिषिका धारीवाल और गुरूग्राम के श्रीकांत 99.25 प्रतिशत अंकों के साथ संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर रहे हैं.  एनडीटीवी ने 10वीं कक्षा में टॉप किए  मुस्कान अब्दुल्ला पठान,12वीं कक्षा में टॉप किये अनन्या मैती और दूसरे स्थान पर रहे आयुषी श्रीवास्तव से बात की. जानें तीनों को अपने सफलता के बारे में क्या कहना है.

थोड़ी तैयारी करें और परीक्षा की टेंशन से बचें: एनडीटीवी से बात करते हुए मुस्कान ने बताई कि वह बहुत खुश हैं. मुस्कान ने कहा, ‘मैं उम्मीद कर रही थी मैं स्कूल में टॉप करूंगी, लेकिन मुझे यह उम्मीद नहीं था कि मैं ऑल इंडिया में टॉप करुंगी.’ अपने रोज के तैयारी के बारे में मुस्कान ने बताया कि वह रोज चार से पांच घंटे पढ़ाई करती थीं. वह कोई कोचिंग नहीं ले रही थीं.

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आईसीएसई 10वीं की परीक्षा की टॉपर मुस्कान अब्दुल्ला पठान.

मुस्कान ने कहा, ‘अगर थोड़ा थोड़ी करेंगे तो परीक्षा के समय दवाब कम होगा’. मुस्कान ने कहा कि आगे जाकर वह डॉक्टर बनना चाहती है आगे. मुस्कान के पापा सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और मम्मी डॉक्टर हैं. मुस्कान अपनी पढ़ाई के बारे में बताया, ‘क्लास आठ तक मैं अपने स्कूल टॉप फाइव में नहीं थी, 9वीं में मैं अपने स्कूल में टॉप की थी. पढ़ाई के साथ साथ मुस्कान सिंगिंग और स्विमिंग रूचि रखती हैं. मुस्कान अपने सफलता का श्रेय मम्मी पापा, टीचर और अपने प्रिंसिपल को देना चाहती हैं.

क्या कहना है 12वीं कक्षा के टॉपर अनन्या मैती का : एनडीटीवी से बात करते हुए अनन्या मैती ने कहा, ‘मैं तो बहुत खुश हूं, मुझे कभी उम्मीद नहीं थी कि मैं पहला स्थान पर आऊंगी. मेरे लिए यह बहुत बड़ा सरप्राइज है. मेरे पेपर अच्छे गए थे. हालांकि मैंने इसके लिए अलग से कोई तैयारी नहीं की थी. मैं रोज 10 या 20 घंटे तैयारी नहीं की थी. मैंने कभी ट्यूशन नहीं लिया.’

उन्होंने कहा कि सफलता पाने के लिए बच्चों को अपना बेस्ट करना चाहिए. हां ये जरूर है कि मैंने नियमित रूप से पढ़ाई करती थी. अनन्या ने कहा कि उन्हें कहानियां लिखना पसंद है. मैं फेसबुक पर नहीं हूं, लेकिन मैं सोशल मीडिया से नफरत नहीं करती हूं. मैं व्हाट्सएप्प में काफी एक्टिव हूं.

फोकस के साथ तैयारी करने से सब कुछ संभव है : लखनऊ के आयुषी श्रीवास्तव गणित में 100 से 100 अंक लायी हैं. जबकि कॉमर्स में 99, इंग्लिश और इकोनॉमिक्स में 98-98 मार्क लाई है.  एनडीटीवी से बात करते हुए आयुषी श्रीवास्तव ने बताई की वह यह उम्मीद नहीं कर रही थी कि वह दूसरे स्थान पर आएंगी. आरुषि ने कहा उन्हें पता था उनका पेपर अच्छा हुआ है, लेकिन उम्मीद नहीं की थी वह दूसरे स्थान पर आएगी.

आयुषी के पिता इंजीनियर है और माता गृहणी है. आयुषी के एक बड़ा भाई हैं जो इंजीनियर हैं. आयुषी का कहना अगर फोकस के साथ तीन चार घंटे तैयारी की जाए तो सब कुछ संभव है. आयुषी  ने कहा की उनके परिवार से उन्हें हर तरह का मदद मिली और गणित और इकोनॉमिक्स का कोचिंग ले रही थी. आयुषी आगे इकोनॉमिक्स में अपना करियर बढ़ना चाहती है. आयुषी यह मानती है टीचर्स के बातों को अगर माने जाए तो 70 प्रतिशत काम आसान हो जाता है. आयुषी ने कहा कि इतने अच्छे मार्क  के साथ वह पहली बार टॉप की है. 10वीं में आयुषी  95.8 प्रतिशत मार्क लाई थी.

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