पंचूर यमकेश्वर उत्तराखंड से यूपी सीएम तक का सफर, योगी पर बीजेपी का ऐतिहासिक फैसला

योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश के नए मुख्यमंत्री चुन लिए गए हैं. विधायक दल की हुई बैठक में उनके नाम पर मुहर लगाई गई है. इनके साथ ही बीजेपी ने केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा को डिप्टी सीएम नियुक्त किया है. केशव प्रसाद मौर्य जहां बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष हैं, वहीं दिनेश शर्मा लखनऊ के मेयर हैं. यूपी में सीएम कौन बनेगा को लेकर चल रहे सस्पेंस पर अब विराम लग गया है. बताया जा रहा है कि गोरखपुर से लोकसभा सांसद योगी आदित्यनाथ का नाम तब चुना गया जब आरएसएस ने मनोज सिन्हा के नाम के साथ सहमति नहीं जताई. ऐसी खबर थी कि पीएम मोदी और बीजेपी प्रमुख अमित शाह ने जूनियर टेलिकॉम मंत्री मनोज सिन्हा के नाम का समर्थन किया था. इससे पहले शनिवार की दोपहर योगी आदित्यनाथ चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली में पीएम मोदी और अमित शाह से मुलाकात करने के लिए पहुंच थे. शाम को ही वह दिल्ली से लौटे थे. हालांकि उस वक्त प्रेस से बात करने के दौरान उन्होंने किसी तरह का खुलासा नहीं किया था और चुपचाप कार में बैठकर चले गए थे.
बता दें, लखनऊ में भारतीय जनता के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक लखनऊ के लोकभवन में हुई। इस बैठक में भाजपा के सभी नए विधायकों के अलावा केन्द्रीय पर्यवेक्षक के रुप में वेंकैया नायडु और भूपेन्द्र यादव और अन्य वरिष्ठ भाजपा नेता भी मौजूद थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए वैंकेया नायडू ने कहा कि विधायक दल की बैठक में सुरेश खन्ना ने योगी आदित्यनाथ के नाम का प्रस्ताव रखा। 11 विधायकों ने उनके नाम के अनुमोदन किया। इसके बाद सबने एक साथ खड़े होकर कहा कि हम इसका समर्थन करते हैं। इसके बाद योगी आदित्यनाथ को भाजपा विधायक दल का नेता चुन लिया गया। योगी आदित्यनाथ ने विधायकों को भाषण देते हुए कहा कि यूपी बहुत बड़ा प्रदेश है। इसे अच्छे से संभालना है तो मुझे दो साथी दें, पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व हमें इसकी मंजूरी दे। इसके बाद चर्चा की गई। बाद में तय किया गया कि यूपी भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य और लखनऊ के मेयर को दिनेश शर्मा को डिप्टी सीएम बनाया गया।
साथ ही बताया, रविवार को शपथ समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और पार्टी के संसदीय बोर्ड के सभी सदस्य मौजूद होंगे। साथ ही कुछ वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री होंगे। पूरे देश में हमारे सहयोगी दलों के मुख्यमंत्री और हमारी पार्टी के मुख्यमंत्रियों को शपथ समारोह में बुलाया जाएगा। अब हम लोग राज्यपाल के पास जाकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की रेस में केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा, यूपी भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य और लखनऊ के मेयर दिनेश शर्मा भी शामिल थे। पहले मनोज सिन्हा इस रेस में सबसे आगे थे, लेकिन बाद में आदित्यनाथ का नाम इस रेस में आगे आ गया। बीजेपी विधायकों की बैठक में भी योगी आदित्यनाथ के समर्थक उनके लिए नारे लगा रहे थे.उत्तर प्रदेश के अहम हिस्से पूर्वांचल में राजनीति चमकाने वाले योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के पौड़ी जिले में हुआ था. सबसे दिलचस्प बात यह है कि योगी आदित्यनाथ का वास्तविक नाम अजय सिंह  है। राजनीति के माहिर खिलाड़ी माने जाने वाले योगी आदित्यनाथ गढ़वाल यूनिवर्सिटी से गणित में बीएससी की डिग्री हासिल कर चुके हैं. गोरखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ ने उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था, जिसके बाद वे राजनीति में आए. योगी आदित्यनाथ के नाम सबसे कम उम्र (26 साल) में सांसद बनने का रिकॉर्ड है. उन्होंने पहली बार 1998 में लोकसभा का चुनाव जीता था. इसके बाद आदित्यनाथ 1999, 2004, 2009 और 2014 में भी लगातार लोकसभा का चुनाव जीतते रहे. साल 2014 में गोरखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ की मौत के बाद वे यहां के महंत यानी पीठाधीश्वर चुन लिए गए. योगी आदित्यनाथ भाजपा के सांसद होने के साथ हिंदू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं. राजनीति के मैदान में आते ही योगी आदित्यनाथ ने सियासत की दूसरी डगर भी पकड़ ली, उन्होंने हिंदू युवा वाहिनी का गठन किया और धर्म परिवर्तन के खिलाफ मुहिम छेड़ दी. उन्होंने कई बार विवादित बयान भी दिए, लेकिन दूसरी तरफ उनकी राजनीतिक हैसियत बढ़ती चली गई. 2007 में गोरखपुर में दंगे हुए तो योगी आदित्यनाथ को मुख्य आरोपी बनाया गया, गिरफ्तारी हुई और इस पर कोहराम भी मचा। योगी के खिलाफ कई अपराधिक मुकदमे भी दर्ज हो चुके हैं. गोरखपुर के इलाके में योगी आदित्यनाथ की कही बातों को उनके समर्थक कानून के रूप में पालन करवाते हैं. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि आदित्यनाथ के कहने के चलते ही गोरखनाथ मंदिर में होली और दीपावली जैसे बड़े त्योहार एक दिन बाद मनाए जाते हैं।

यमकेश्वर- उत्तराखण्ड का एक ओर लाल आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद पर मनोनित हो गये है। योगी आदित्यनाथ गोरखपुर मन्दिर के वर्तमान में महन्त तथा गोरखपुर के सांसद है। योगी आदित्यनाथ उत्तराखण्ड के पौडी जनपद के यमकेश्वर ब्लाक के ग्राम पंचूर के है। योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जनवरी 1972 को ग्राम पंचूर,जनपद पौडी गढवाल में आनन्द सिंह बिष्ट तथा सावित्री देवी के घर पर हुआ था। पिता वन विभाग के रेंजर पद से वर्ष 1991 में सेवानिवृत हुये,माता सावित्री देवी गृहणी है। सात भाई बहनो में अजय सिंह बिष्ट पांचवे नम्बर के थे। योगी आदित्यनाथ के बचपन का नाम अजय सिंह बिष्ट था,प्राथमिक शिक्षा ग्राम ठाॅगर के प्राथमिक विद्यालय में हुई, 1983 में इ0का0चमकोटखाल से नौंवी तथा 1984 में गजा टिहरी से हाईस्कूल, 1986 में श्री भरत मन्दिर इण्टर कालेज ऋषिकेश से इण्टर,1989 में पीताम्बर दत्त स्नात्कोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार से बी.एससी तथा 1991 में पी.जी.कालेज ऋषिकेश से एमएससी किया। वर्ष 1993 में गोरखपुर गये तथा 1994 में गोरखपुर के सांसद और महन्त अवैद्यनाथ ने अजय सिंह बिष्ट को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया तथा योगी आदित्यनाथ नाम दिया। वर्ष 1998 में सबसे कम उम्र 26 वर्ष की आयु में पहली बार गोरखपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद बनकर संसद में पहुंचे थे,वर्ष 1999 में दूसरी बार सांसद चुने गये। वर्ष 2004 में तीसरी बार गोरखपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद बनकर संसद गये। वर्ष 2009 में चैथी बार व 2014 में पांचवी बार सांसद चुने गये। वर्ष 2002 में योगी आदित्यनाथ ने हिन्दु युवा वाहिनी का गठन किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *