तमिलनाडु LIVE: पलानीस्वामी ने किया बहुमत का दावा, 108 विधायकों ने विरोध में की वोटिंग
चेन्नई। तमिलनाडु में जारी सियासी घमासान के बीच शनिवार को विधानसभा में बहुमत परीक्षण हो रहा है। शशिकला के जेल जाने के बाद उनकी ओर से नेता बनाए गए ई. पलानीस्वामी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और उन्हें बहुमत साबित करना है। अगर पलानीस्वामी बहुमत साबित नहीं कर पाए तो राज्य में एक बार फिर संशय की स्थित बन जाएगी।तमिलनाडु विधानसभा में बहुमत परीक्षण जारी है।
एक नजर में पढ़िए सारा हाल:
11: 28 AM छह चरणों में पूरी होगी बहुमत साबित करने की प्रक्रिया।
11:27 AM विधानसभा में वोटिंग शुरू।
11:26 AM: तमिलनाडु विधानसभा के स्पीकर ने कहा- विधायकों को दी जाएगी पूरी सुरक्षा।
11:25 AM विधानसभा में प्रवेश को लेकर पुलिस और मीडियाकर्मियों के बीच बहस
11: 20 AM पन्नीरसेल्वम गुट के विधायकों ने विधानसभा में गुप्त मतदान की मांग करते हुए लगाए नारे।
11:10 AM पन्नीरसेल्वम गुट, कांग्रेस और DMK के 108 विधायक पलानीस्वामी के खिलाफ वोट करेंगे।
11:05 AM तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई. पलामीस्वामी ने 122 विधायकों का साथ होने का दावा करते हुए बहुमत की बात कही।
10:40 AM तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई. पलामीस्वामी ने मजदूर नेता सिंगारवेलार की 158वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी।
10:20 AM कांग्रेस विधायक विधानसभा के विशेष सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे।
10:02 AM एमके स्टालिन भी विधानसभा पहुंचे।
9:50 AM DMK के कार्यवाहक अध्यक्ष एमके स्टालिन विधानसभा के विशेष सत्र में हिस्सा लेने के लिए निकले।
9:45 AM तमिलनाडु विधानसभा में 11 बजे शुरू होगा बहुमत परीक्षण।
9:40 AM तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई. पलानीस्वामी बहुमत परीक्षण के लिए सचिवालय पहुंचे।
9:30 AM तमिलनाडु सरकार के पूर्व मंत्री और पन्नीरसेल्वम के समर्थक एम. पंडियाराजन ने कहा, ‘हमें उम्मीद है 135 विधायक हमारे समर्थन में वोट करेंगे।’
9:20 AM AIADMK के एक विधायक ने कहा, ‘हम चिनम्मा के साथ काम करेंगे। हम राज्य में पार्टी, चुनाव चिन्ह और सरकार को बचाएंगे।’
9:00 AM AIADMK विधायक गोल्डन बे रिजॉर्ट से बाहर निकले। तमिलनाडु विधानसभा के विशेष सत्र में हिस्सा लेने के लिए रवाना।
8:30 AM पन्नीरसेल्वम ने गुप्त मतदान कराए जाने की मांग की।
8:15 AM ओ. पन्नीरसेल्वम ने सभी पार्टियों और विधायकों से पलानीस्वामी के खिलाफ वोट करने की अपील की।
8:00 AM तमिलनाडु विधानसभा में बहुमत परीक्षण को देखते हुए चेन्नई में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
जयललिता के निधन से आया राज्य में संकट
राज्य विधानसभा में 231 विधायकों में से 117 विधायकों का समर्थन जुटा पाना पलानीस्वामी के लिए आसान नहीं होगा। जयललिता के निधन के बाद खाली मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए तमिलनाडु में कई दावेदार हैं। हालांकि शशिकला के जेल जाने के बाद अब ओ. पन्नीरसेल्वम और पलानीस्वामी के बीच कुर्सी को लेकर जंग जारी है।
क्या है वोटों का गणित
पन्नीरसेल्वम का खेमा इस बात को लेकर काफी आश्वस्त है कि शशिकला और उनके समर्थकों के कारनामों की वजह से पलानीस्वामी को बहुमत नहीं मिलेगा। उनकी आंतरिक रिपोर्ट में भी ऐसी ही अटकलें सामने आई हैं। वहीं, पलानीस्वामी ने 124 विधायकों की लिस्ट सौंपी थी जिसमें से अब 123 विधायक ही उनके साथ हैं। इसका मतलब है कि अगर पन्नीरसेल्वम उनसे आगे निकलना चाहते हैं तो उन्हें सिर्फ 8 विधायकों की और जरूरत होगी। अगर ऐसा होता है तो पलानीस्वामी बहुमत परीक्षण में हार जाएंगे।
पलानीस्वामी के पास 6 विधायकों की बढ़त
पलानीस्वामी के पास 6 विधायकों की बढ़त है जबकि पन्नीरसेल्वम गुट के पास 11 विधायकों का समर्थन है। अगर ये पन्नीरसेल्वम 7 या 8 विधायकों को अपने पक्ष में कर लेते हैं तो पलानीस्वामी के लिए कुर्सी बचा पाना मुश्किल हो जाएगा। राज्य विधानसभा में बहुमत परीक्षण के खिलाफ करीब 108 वोट पड़ने की उम्मीद है। डीएमके और कांग्रेस के विधायक बहुमत परीक्षण के खिलाफ वोट करेंगे, ऐसे संकेत हैं।
Source: hindi.oneindia.com