डेनमार्क में मौत के 18 दिन बाद दून पहुंचा महिला का शव

डेनमार्क में दिल का दौरा पड़ने से हुई महिला की मौत के 18 दिन बाद शव दून पहुंचा। यहां परिजनों ने गमगीन माहौल में शव का अन्तिम संस्कार किया। इस दौरान गोरखा डेमोक्रेटिक फ्रंट समेत कई संगठनों के लोग अन्तिम यात्रा में शामिल हुए हैं। इधर, परिवार ने शव दून पहुंचाने पर विदेश मंत्रालय का आभार जताया है।

डेनमार्क में हेल्थ डिपार्टमेंट में कार्यरत दून के चंद्रबनी निवासी और गोरखा डेमोक्रेटिक फ्रंट के पूर्व अध्यक्ष सूर्यविक्रम शाही की पत्नी रीता शाही का छह मार्च को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। यहां से जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद बेटा सुशांत और बहू रोशनी दिल्ली पहुंच गए थे। मगर शव ला रहे जहाज को इस्तांबुल (तुर्की) में रोक दिया। जहां कागजी कार्रवाई में भाषाई दिक्कतें होने की बात दूतावास को कही गई। इसके बाद 10 दिनों तक शव तुर्की में ही रखा गया। डेनमार्क स्थित भारतीय दूतावास ने बुधवार को कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद गुरुवार को शव भारत भेजा। इसके बाद दून से बेटा सुशांत और अन्य परिजन दिल्ली पहुंचे। दिल्ली से शव साढ़े तीन बजे चंद्रबनी निवास पर लाया गया। जहां शव पहुंचने के बाद परिजनों ने अन्तिम संस्कार से पहले की जरूरी रस्में पूरी की। सूर्य विक्रम शाही ने बताया कि दोपहर बाद शव का गौतमकुंड स्थित शमशान घाट में अन्तिम संस्कार कर दिया है। शव यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए हैं। उधर, शाही परिवार ने शव को दून पहुंचाने में दूतावास से मिले सहयोग का आभार जताया है।

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