अब निजी कंपनियों के हवाले होंगी भारतीय रेलवे की कई ट्रेनें, फायदे में आने के लिए रेलवे करेगा सौदा
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे कई स्टैंडअलोन पैसेंजर कॉरिडोर पर अपनी ट्रेनें किराए जा देने की योजना बना रहा है। भारतीय रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक दुनिया में रेलवे का चौथा सबसे बड़ा नेटवर्क अब कई विशेष रूटों पर कॉरपोरेट कंपनियों के सहयोग से ट्रेनें चलाएगा। रेलवे के अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि नैरो और मीटर-गॉज ट्रैक पर सबसे पहले निजी कंपनियों को काम करने का मौका दिया जाएगा।
रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक कालका और शिमला, सिलीगुड़ी और दार्जिलिंग, नीलगिरी पहाड़ों के बीच के रूटों पर रेलवे सबसे पहले प्राइवेट प्लेयर्स को मौका देगा। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमें ऐसी कंपनियों से लगातार ऑफर मिल रहे हैं कि जो खुद इन रूटों पर ट्रेन चलाना चाहते हैं। अधिकारी ने कहा कि हम पूरी तरह से इन रूटों पर ऑपरेशन से बाहर आना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि इन लाइन का ऑपरेशन केवल प्राइवेट प्लेयर्स करें।
उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट है। साथ ही इस जगह को इंटरनेशनल टूरिज्म में पहले से स्थान मिला हुआ है। प्राइवेट सेक्टर के लिए इस जगह पर बहुत ज्यादा ही संभावनाएं हैं और इससे रेलवे भी फायदे में आ जाएगा। भारतीय रेलवे में इस समय 6800 स्टेशन पर 15.4 लाख कर्मचारी काम करते हैं। हर दिन करीब 7,000 ट्रेनें रेलवे चलाता है। इसके बावजूद रेलवे फायदे में नहीं है। रेलवे का घाटा भी पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 10 फीसदी से ज्यादा बढ़ गया है।
Source: hindi.oneindia.com