पर्वतीय क्षेत्रों में मुनाफे के फेर में आपदा को न्योता
रानीखेत में खासतौर पर सड़क व अन्य निर्माण कार्यों की आड़ में अतिसंवेदनशील भूभाग पर जेसीबी चढ़ा अवैध खदान कर बेधड़क पत्थरों का खेल चल रहा है।
रानीखेत, [जेएनएन]: पर्वतीय क्षेत्रों में मुनाफे के फेर में नाजुक पहाड़ियों से छेड़छाड़ का सिलसिला थामे नहीं थम रहा। खासतौर पर सड़क व अन्य निर्माण कार्यों की आड़ में अतिसंवेदनशील भूभाग पर जेसीबी चढ़ा अवैध खदान कर बेधड़क पत्थरों का खेल चल रहा है। यह हाल तब हैं जब भूगर्भ वैज्ञानिक पहाड़ियों का सीना चीरने की प्रवृत्ति को मानवजनित आपदा को न्योता करार दे चुके हैं। हैरत की बात है, गंभीर मसले पर प्रशासन भी बेखबर है।
तहसील मुख्यालय से करीब 30 किमी दूर कुंवाली भिटारकोट रोड से सटी नाजुक पहाड़ी का सीना चीरा बड़े पैमाने पर अवैध खदान किया जा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार बूंगा गांव में शिव मंदिर के पास करीब सप्ताह भर से जेसीबी मशीन चढ़ा कर अवैध रूप से पत्थर निकाले जा रहे हैं। पूछताछ पर करीब 12 किमी दूर निर्माणाधीन सड़क के लिए पत्थर निकालने का तर्क दिया जा रहा।
इसके उलट भूस्वामी दिवानी राम का आरोप है कि मना करने के बावजूद बेधड़क जेसीबी से पहाड़ी पर अवैध खदान किया जा रहा है। आशंका जताई कि यदि अतिसंवेदनशील भूभाग पर छेड़छाड़ जल्द बंद न कराई गई तो बरसात में भूस्खलन से हालात बिगड़ सकते हैं। मगर अफसोस प्रशासनिक तंत्र इन सबसे बेखबर है।
शिकायत पर जेसीबी चालक खिसका
जबरन पहाड़ी पर अवैध खदान की शिकायत सोमवार को राजस्व विभाग से की गई। उपनिरीक्षक शिवनाथ गोस्वामी ने टीम भेजी। भनक लगने पर चालक पहाड़ी से जेसीबी को नीचे उतार खिसक लिया।
पीएमजीएसवाई की सड़क पर कोई निर्माण नहीं चल रहा
इस संबंध में पीएमजीएसवाई के अपर सहायक अभियंता नवीन टम्टा का कहना है कि पीएमजीएसवाई की सड़क पर कोई निर्माण नहीं चल रहा है। कुंवाली-भिटारकोट रोड की पहाड़ी से अवैध रूप से खदान कर पत्थर निकालने के मामले की जांच कराएंगे। जरूरत पड़ी तो संबंधित लोगों के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराएंगे।
ग्रामीण की भूमि क्षेत्र से अवैध खदान की शिकायत मिली है
राजस्व उपनिरीक्षक शिवनाथ गोस्वामी का कहना है कि गरीब ग्रामीण की भूमि क्षेत्र से अवैध खदान की शिकायत मिली है। छापा मार पत्थर जब्त करने की कार्रवाई करेंगे। दोबारा जेसीबी लगाई गई तो उसे भी सीज किया जाएगा।