सीबीआइ अफसर बनकर डकैती करने वाले तीन गिरफ्तार
नई दिल्ली | सीबीआइ अफसर बनकर करोल बाग में ज्वेलर के घर में डकैती करने वाले कुख्यात नीरज बवानिया गैंग के तीन बदमाशों को क्राइम ब्रांच ने दबोच कर पूरी वारदात का पर्दाफाश कर दिया। ज्वेलर व उसके घर की एक हफ्ते तक रेकी करने के बाद बदमाशों ने स्पेशल-26 फिल्म देखकर पूरी वारदात को अंजाम दिया।
क्राइम ब्रांच की टीम ने खूफिया सूचना पर हरियाणा के पलवल निवासी नरेंद्र वैष्णव उर्फ सन्नी (30), सुल्तानपुरी दिल्ली निवासी मदन (28) और नीरज (38) को गिरफ्तार किया। बदमाशों के पास से एक पिस्टल, तीन कारतूस, एक चाकू, दिल्ली पुलिस की एक वर्दी व एक बाइक बरामद की गई है।
डीसीपी क्राइम ब्रांच रामगोपाल नाइक ने बताया कि 26 जुलाई को हुई दिनदहाड़े डकैती की वारदात की जांच में जुटी एसीपी श्वेता सिंह चौहान, इंस्पेक्टर संजय दहियाके की टीम को 6 अगस्त को बदमाशों के संबंध में सूचना मिली कि आरोपी बदमाश दूसरे गैंग के साथ मिलकर एक और लूट करने जा रहे हैं। सभी शाहबाद डेयरी के पास इकट्ठा होंगे। इस सूचना पर टीम ने इलाके की घेराबंदी कर ली और नरेंद्र वैष्णव, मदन व नीरज को दबोच लिया।
पूछताछ में पता चला कि आरोपी नीरज की बवाना में ज्वेलर की दुकान है और वह गैंगस्टर नीरज बवानिया का रिश्तेदार है। वह हाल में उसके गैंग में शामिल हुआ था। नीरज कारोबार के सिलसिले में कूचा महाजनी जाता था। जहां वह एक पंडित नाम के व्यक्ति के संपर्क में आया। पंडित ने उसे पीड़ित ज्वेलर के बारे में जानकारी दी और करोड़ों की संपत्ति के बारे में बताया। ये जानकारी नीरज ने बवानिया गैंग को दी और तब नरेंद्र, मदन समेत 6 अन्य बदमाशों के साथ मिलकर साजिश रची।
सन्नी ने छह दिन तक पीड़ित के घर के समाने स्थित पार्क में बैठकर उसके घर की रेकी की, जबकि अन्य बदमाशों ने ज्वेलर की रेकी। इस दौरान उन्होंने स्पेशल-26 फिल्म देखी और उसके हिसाब से हथियार व पुलिस की वर्दी का इंतजाम किया। एक सप्ताह तक रेकी करने के बाद 26 जुलाई को बदमाश पीड़ित के घर पहुंचे। सन्नी ने खुद को सीबीआइ से बताते हुए घर खुलवाया और फिर सभी अंदर घुस गए। बदमाशों ने पीड़ित के घर में मौजूद महिलाओं-बच्चों को बंधक बना लिया और लूटपाट करने लगे। तभी ऊपरी मंजिल पर रह रही एक महिला ने शक होने पर शोर मचाया तो सभी बदमाश फरार हो गए थे। मिली जानकारी के आधार पर अन्य फरार बदमाशों की तलाश में टीमें छापेमारी कर रही हैं।