बदरीनाथ हाईवे में धमाकों के साथ फटते रहे ट्रक में लदे सिलेंडर
रुद्रप्रयाग : सुबह-सुबह करीब छह बजे व्यस्ततम बदरीनाथ हाईवे धमाकों से दहल उठा। रसोई गैस सिलेंडरों से भरे ट्रक में आग लगने से हुए हादसे के कारण पुलिस ने वाहनों को घटनास्थल से दूर रोक लिया। रह-रह कर हो रहे विस्फोट इतने जबरदस्त थे कि सिलेंडर के टुकड़े पांच सौ मीटर क्षेत्र तक जा गिरे।
इस वजह से फायर ब्रिगेड भी घटनास्थल तक नहीं पहुंच पाई। करीब दो घंटे बाद विस्फोट थमे, तब तक ट्रक के परखच्चे उड़ चुके थे। रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने गैस कंपनी से आग लगने के कारणों पर जबाव मांगा है और एसडीएम सदर मुक्ता मिश्र को इसकी जांच सौंपी है।
इंडेन के 282 सिलेंडर लेकर हरिद्वार से चला यह ट्रक रुद्रप्रयाग जा रहा था। सिलेंडरों की आपूर्ति रुद्रप्रयाग की मंदाकिनी गैस एजेंसी को होनी थी। ट्रक चालक गुरुचरण सिंह ने पुलिस को बताया कि जैसे ही ट्रक रुद्रप्रयाग से 12 किलोमीटर पहले खांकरा गांव के पास पहुंचा, चालक के केबिन में धुआं उठने लगा।
उन्होंने ट्रक रोका और परिचालक के साथ नीचे उतर गए। तभी उन्हें इंजन में आग की लपटें नजर आईं, इससे पहले कि वह कुछ समझ पाते लपटें तेज हो गईं। परिस्थिति की भयावहता को भांप वह परिचालक के साथ जान बचाने को वहां से भागे और सुरक्षित स्थान पर शरण ली। इसके बाद सिलेंडरों में विस्फोट शुरू हो गए। विस्फोट की आवाज सुन आसपास के गांव के लोग भी घटनास्थल से कुछ दूर जमा हो गए।
रुद्रयाग के पुलिस अधीक्षक पीएन मीणा ने बताया कि खांकरा गांव के प्रधान प्रदीप मलासी ने पुलिस को घटना की सूचना दी। फौरन रुद्रप्रयाग से फायर ब्रिगेड की गाड़ी भेजी गई, लेकिन जबरदस्त विस्फोटों के बीच फायर ब्रिगेड के लिए मौके तक जाना सुरक्षित नहीं था। धमाके शांत होने के बाद ही फायर ब्रिगेड वहां पहुंची।
शुक्र यह रहा कि सुबह का वक्त होने के कारण हाईवे पर यातायात कम था। घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। एसपी ने बताया कि इस बीच बदरीनाथ जाने वाले वाहनों को वैकल्पिक मार्ग से भेजा गया, हालांकि करीब नौ बजे हाईवे पर यातायात पूरी तरह सुचारु कर लिया गया था।