योगी आदित्यनाथ के मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा, BJP शासन में भ्रष्टाचार सौ गुना बढ़ा
वाराणसी । भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव लडऩे की बात करने वाले योगी आदित्यनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने एक बार फिर सरकार के खिलाफ बड़ा बयान दिया है। एसबीएसपी के स्थापना दिवस पर वाराणसी में पूर्वांचल के नेता तथा कार्यकर्ताओं की रैली में राजभर ने कहा कि इस सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार कम नहीं हुआ है, बल्कि बढ़ा ही है।
ओमप्रकाश राजभर ने आज महाराज सुहेलदेव की जयंती के अवसर पर वाराणसी के छोटा कटिंग मेमोरियल मैदान में मंडल स्तरीय सम्मलेन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ऐसा दावा किया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के शासन में केंद्र तथा राज्य सरकार में भ्रष्टाचार बेहद कम हो गया। ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। पहले 500 रुपए का भ्रष्टाचार होता था, लेकिन अब तो पांच हजार रुपए का हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार बड़े स्तर पर भर्तियों की बात कर रही है। सरकार को भर्ती शुरू करने से पहले आरक्षण नीति तय करनी होगी। अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर यह सरकार भर्ती बंद करे। उन्होंने साफ कहा कि सरकार पहले आरक्षण निर्धारित करे, नहीं तो हमारी पार्टी की तरफ से भर्ती का विरोध होगा।
भाजपा से मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेगी एसबीएसपी
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार में सहयोगी दल सुहेलदेव बहुजन समाज पार्टी (एसबीएसपी) लोकसभा चुनाव 2019 में भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर मैदान में उतरेगी। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया और सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर वाराणसी में आज दस जिलों के समर्थकों-कार्यकर्ताओं की रैली के मंच पर जाने से पहले मीडिया से कहा कि भारतीय जनता पार्टी के साथ उनकी पार्टी का गठबंधन मजबूती के साथ जारी रहेगा और लोकसभा भी भाजपा के साथ मिल कर लड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि पूर्वांचल में पार्टी पांच सांसद का लक्ष्य लेकर चल रही है। महाराज सुहेलदेव की जयंती और भासपा का स्थापना दिवस बीते वर्ष आचार संहिता की भेंट चढ़ गया था। योगी आदित्यनाथ सरकार के बेहद मुखर मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने मायावती से विवाद के बाद बसपा से अलग होकर अपनी पार्टी बना ली। ओम प्रकाश राजभर ने 2004 में राजभर समुदाय के प्रतिनिधित्व करने के लिये सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का गठन किया। उन्होंने पार्टी तो बना ली पर सफलता नहीं मिली। उन्होंने अंसारी बंधु का साथ पकड़ा, लेकिन उसका भी फायदा नहीं मिला। आखिर में भाजपा से गठबंधन किया तो 13 वर्ष बाद पार्टी ने पहली बार जीत हासिल की। प्रदेश के विधानसभा चुनाव में चार सीटें जीतने के बाद ओम प्रकाश राजभर उत्तर प्रदेश सरकार में शामिल हो गए।