पीड़ित मानवता की सेवा ही यज्ञ : स्वामी चिदानन्द सरस्वती

ऋषिकेश, । परमार्थ निकेतन, डिवाइन शक्ति फाउंडेशन और रोटरी क्लब, ऋषिकेश की अद्भुत पहल, आज से ऋषिकेश एवं आसपास के क्षेत्रों, गाँवों और पहाड़ी दूरगामी स्थानों में होम केयर पर रह रहे रोगियों तक निःशुल्क ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता को पूरा करने हेतु अद्भुत प्रयास किया जा रहा है ताकि कोविड प्रभावितों को राहत मिल सके क्योंकि रोगियों की रिकवरी प्रारंभिक अवस्था में ही ऑक्सीजन की सहायता से तेज हो सकती है। जरूरत मंदों तक आॅक्सीजन सिलेन्डर उनके घर तक पहुंचाना ही वर्तमान समय की सबसे बड़घ्ी जरूरत है। स्वामी जी ने आॅक्सीजन सिलेन्डर एम्बुलेंस (मोबाइल वेन) का पूजन एवं हरी झंड़ी दिखाकर स्वास्थ्य एवं समाज की सेवा हेतु प्रस्थान कराया।स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी नेे मशहूर न्यूज एंकर रोहित सरदाना जी को भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुये कहा कि विश्वास नहीं होता एक और मुस्कराता चेहरा इस अदृश्य वायरस ने हमसे सदा के लिये छीन लिया। अभी कुछ दिन पहले कुम्भ स्नान को लेकर दंगल कार्यक्रम में हमारी चर्चा हुई थी। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें और परिवार के प्रति गहरी संवेदना, छोटे-छोटे बच्चे और पहाड़ सा दुःख उन पर टूट पड़ा प्रभु उन्हें इस पहाड़ जैसे दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करें। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी के आशीर्वाद से परमार्थ निकेतन की (यूके 14 पीए 0174) नम्बर वाली एम्बुलेन्स एक फोन काॅल पर जरूरत मंदों तक निःशुल्क आॅक्सीजन सिलेन्डर की सुविधायें उपलब्ध करायेगी।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि भारत में आयी कोरोना महामारी की दूसरी लहर अत्यंत गंभीर है, लगता है भारत इस वक्त जैसे कोरोना सुनामी का सामना कर रहा है। इस दिल दहला देने वाले संकट से निपटने के लिये सभी को एकजुट होना होगा क्योंकि जब तक प्रत्येक व्यक्ति सुरक्षित नहीं हो जाता तब तक कोई भी सुरक्षित नहीं रह सकता। स्वामी जी ने सभी सक्षम लोगों, संस्थाओं और संगठनों का आह्वान करते हुये कहा कि यह समय पीड़ित मानवता को संकट से उबारने का है। इस समय मानवता की सेवा ही सच्चा यज्ञ है, योग है और ध्यान है। स्वामी ने कहा कि यह समय भय और भ्रामकता फैलाने का नहीं है बल्कि जितनी बन पड़े सेवा और सहायता करने का है। कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान प्राणवायु ऑक्सीजन की कमी होने के कारण लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन संकट और भी गंभीर हो गया है। मानव उपयोग के लिये उच्च शुद्धता ऑक्सीजन का उपयोग चिकित्सा उपचार हेतु किया जाता है। आक्सीजन को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इसे अपनी आवश्यक दवाओं की सूची में शामिल किया है। इस समय वेंटिलेटर, लाइफ सेविंग ड्रग्स और आॅक्सीजन ही कोविड मरीजों के प्राणों की रक्षा के साधन है अतः  ऑक्सीजन के अपव्यय और अनावश्यक उपयोग को भी कम किया जाना चाहिये ताकि जरूरत मंदांे तक उसकी पहंुच को सुनिश्चित किया जा सके।स्वामी जी ने कहा कि हमारी समन्वित टीम का प्रयास रहेगा कि एंबुलेंस के माध्यम से होम केयर, गाँवों और पहाड़ी दूरगामी स्थानों तक ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता को पूरा करने में मदद हो सके ताकि कोविड प्रभावितों को राहत मिल सके क्योंकि रोगी की रिकवरी प्रारंभिक अवस्था में ही ऑक्सीजन की सहायता से तेज हो सकती है। आईये इस समय दिल खोलकर मदद के लिये आगे आयें। इस अवसर पर योगाचार्य विमल बाधवन, शुकदेवानन्द चिकित्सालय के चिकित्सक डाॅ रवि कौशल, सचिन चोपड़ा, नरेन्द्र बिष्ट, परमार्थ गुरूकुल के ऋषिकुमार उपस्थित थे सभी ने हरी झण्ड़ी दिखाकर मोबाईल वेन को समाज सेवा के लिये विदा किया। स्वामी ने रोटरी क्लब के नितिन गुप्ता और पूरी टीम का धन्यवाद किया।

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