अब सेंसर से 30 सेकेंड पहले मिलेगी भूकंप की सूचना
देहरादून : आइआइटी रुड़की में तैयार हुए अर्ली वार्निंग सिस्टम से अब भूकंप आने की सूचना 30 सेकेंड पहले मिल पाएगी। दून स्थित कंट्रोल रूम में यह सिस्टम स्थापित कर दिया गया है। सेंसर से भूकंप की तीव्रता पकड़ में आने के बाद यह सिस्टम ऊंची आवाज वाले सायरन बजा कर बचाव को अलर्ट करेगा।
वैज्ञानिकों ने बड़े भूकंप आने की पूर्व सूचना के साथ ही नुकसान से बचने के सिस्टम भी इजाद कर दिए हैं। ऐसा ही सिस्टम आइआइटी रुड़की में अर्थक्वेक अर्ली वार्निंग के रूप में इजाद हुआ है। पूरी तरह से डिजिटल इस सिस्टम को सेंसर और सायरन से जोड़ा गया है।
देहरादून स्थित आपदा कंट्रोल रूम में यह सिस्टम लगा दिया है। सिस्टम में तीन हरी बत्ती और तीन ऑपरेट बटन लगे हुए हैं। ऑटोमेटिक और मैनुअली इस सिस्टम को प्रयोग किया जा सकता है। खासकर छह रिक्टर तीव्रता वाले बड़े भूकंप को यह सिस्टम 30 सेंकेड के भीतर पकड़ लेगा। इसके बाद ऑटोमेटिक तरीके से सायरन बजना शुरू हो जाएगा। इस सायरन से आस-पास के इलाकों में भूकंप से बचाव की सूचना मिलेगी।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी दीपशिखा रावत ने बताया कि यह सिस्टम भूकंप जैसी आपदा में जान-माल के नुकसान के बचाव में महत्वपूर्ण साबित होगा। 30 सेकेंड में सूचना मिलने पर भूकंप से होने वाले बड़े नुकसान को बचाया जा सकेगा।
49 और जगह लगेंगे सिस्टम
आइआइटी रुड़की ने जिले में कुल 50 जगह इस सिस्टम को लगाने के लिए चिह्नित किया है। कंट्रोल रूम के बाद जल्द ही शहर और ग्रामीण इलाके में 49 और सिस्टम लगेंगे।
मोबाइल एप से जोड़ेंगे
आइआइटी रुड़की के वैज्ञानिकों ने दावा किया कि इस सिस्टम को मोबाइल एप से जोड़ा जाएगा ताकि भूकंप की पूर्व सूचना मोबाइल से आम लोगों तक मैसेज और अन्य माध्यम से पहुंच सके। दून के अलावा टिहरी और हरिद्वार में भी यह सिस्टम लगेगा।
साबित होगा कारगार
एडीएम वित्त एवं राजस्व बीर सिह बुदियाल के मुताबिक भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील इलाकों में पूर्व सूचना के लिए यह सिस्टम कारगर साबित होगा। इससे काफी हद तक नुकसान को बचाया जा सकेगा। जल्द ही अन्य सिस्टम भी लगाए जाएंगे।