माता-पिता, मातृभाषा व मातृभूमि का करें सम्मान: उप राष्ट्रपति

देहरादून : उप राष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू ने कहा कि गंगा की धारा के प्रवाह की तर्ज पर उत्तराखंड में पढ़ने वाले युवा भी देशभर में देवभूमि का मान बढ़ाएं। इस दौरान एसआरएचयू के 802 छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान करते हुए उप राष्ट्रपति ने संस्कृति एवं संस्कारों को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने की वकालत की।

एसआरएचयू (स्वामी राम हिमालयन यूनिवर्सिटी) के दूसरे दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल उप राष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू ने डिग्री और डिप्लोमा हासिल करने वाले मेडिकल, नर्सिंग, पैरा मेडिकल, इंजीनियरिंगग और मैनेजमेंट कोर्स के छात्र-छात्राओं को संबोधित कर रहे थे। कहा कि मातृभाषा को आंख और अंग्रेजी या दूसरी भाषा को चश्मे के रूप में लें। हिंदी के बिना हिंदुस्तान की तरक्की संभव नहीं है।

छात्र-छात्राओं को चार गुरुमंत्र देते हुए उन्होंने कहा कि माता-पिता, मातृभूमि, मातृभाषा और जन्मभूमि को कभी न भूलें। मातृभाषा और बोली में हम जो भावानाएं व्यक्त कर सकते हैं वह दूसरी किसी भाषा में संभव नहीं है। उप राष्ट्रपति ने प्राइमरी शिक्षा में स्थानीय बोली-भाषा को अनिवार्य रूप से शामिल करने की सलाह दी।

दीक्षांत समारोह में डिग्री और डिप्लोमा प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए उप राष्ट्रपति ने कहा कि कड़ी मेहनत एवं अनुशासन से ही सपने साकार हो सकते हैं। कहा कि गंगा जैसी पवित्रता और धारा के प्रवाह का संदेश युवा अपनी प्रतिभा के बूते देश एवं दुनिया में दें। इससे पहले उप राष्ट्रपति ने गोल्ड मेडलिस्ट छह छात्र-छात्राओं को डिग्री देकर सम्मानित किया।

राज्यपाल डॉ. केके पॉल ने कहा कि छात्रों को मौलिक एवं स्तरीय शोध को महत्व देना होगा। बारह सौ गांव गोद लेने पर राज्यपाल ने विवि को बधाई भी दी। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विवि के कार्यों की सराहना करते हुए युवाओं को अच्छी शिक्षा एवं सोच पर बल दिया। कहा कि स्वामी राम ने एक छोटे से गांव से निकलने के बाद प्रतिभा के बल पर देशभर में पहचान बनाई।

इस मौके पर यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ. विजय धस्माना ने उपलब्धियां रखते हुए उप राष्ट्रपति, सीएम समेत अन्य अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंट किए। समारोह में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने प्रदेश के युवाओं के हित में चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी।

गोल्ड मेडलिस्ट का सम्मान

शगुन हर्ष, अप्राजिता, राघव खुराना, रूपम ओझा व ओजस्वी मित्तल (हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस) और (कनिका बिष्ट हिमालयन कॉलेज ऑफ नर्सिंग) को उप राष्ट्रपति ने सम्मानित किया। अन्य को यूनिवर्सिटी के वीसी ने सम्मानित किया।

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