रेनो इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर बने वेंकटराम
देहरादून । रेनो ने वेंकटराम ममिलापल्ली को कंट्री सीईओ व मैनेजिंग डायरेक्टर बनाने की घोषणा की। उनका आटोमोबाइल क्षेत्र में 28 साल का अनुभव है और वे भारत औरसार्क देशों में रेनो के आपरेशन की अगुआई करेंगे। । इस पद की जिम्मेदारी संभालने से पहले वे रूस में रेनो निसान-एवटोवाज के प्रमुख थे और उन्होंने कंपनी में व्यापक फेरबदल कर आगे को बढ़ाया औरमुनाफा बढ़ाया। रेनो समूह में आने से पहले वेंकटराम ने भारत और विश्व की कई ओईएम में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभाली हैं।रेनो इंडिया के इनिशियल मैनडेट की जानकारी देते हुए वेंकटराम ममिलापल्ली ने कहा, “कारोबार को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए मैंने कंपनी के तीन ध्येय निर्धारित किए हैं। पहला है आर्गेनाइजेशन, सभीलोग मिलकर काम करेंगे जो ‘एक टीम जो जिसकी एक महत्वाकांक्षा’ के तहत काम करेगी। यह हमारा बुनियादी लक्ष्य है। अगला है, ‘कस्टमर फर्स्ट’ एप्रोच। यह सभी कारोबारी क्षेत्रों में लागू होगा जोक्वालिटी डिलीवरी प्रोडक्टस लागू करने में लागू होगा (उत्पादन और जागरूकता दोनों क्षेत्रों में)। यह इंजीनियरिंग, मैन्यूफैक्चरिंग, सप्लायर्स और डीलर्स पर खासतौर पर केंद्रित होगा। तीसरा ध्येय मुनाफे केदोगुना करना है। इसके तहत अगले तीन सालों में मध्यम अवधि की रणनीति के तहत तीन सालों में 1,50,000 यूनिट्स की बिक्री करना है।”भारतीय ऑटोमोबाइल मार्केट में हाल में प्रवेश करने वाले रेनो इंडिया ने बीते साल में 50,000 से अधिक वाहनों की बिक्री की। भारत में पहली बार किसी ब्रांड ने इतने कम समय में इतने वाहनों की बिक्री कीउपलब्धि हासिल की है। लिहाजा यह मील का पत्थर है। ग्रुप रेनो के लिए भारत रणनीतिक बाजार है। कंपनी ने अपना कारोबार भारत में जमाने के लिए ‘इंडिया स्ट्रेटजी’ बनाई है जो मध्यम अवधि कीरणनीति है।