उत्तराखंड मांगे भू कानून
हरीश पान्डेय।
उत्तराखंड । देव भूमि उत्तराखंड में कुछ दिनों से उत्तराखंड मांगे भू कानून की मुहिम तेजी से फ़ैल रही है।इस मुहिम में कुछ स्थानीय राजनीति से जुड़े लोगों के साथ-साथ लेखक कवि तथा युवा उर्जावान वर्ग भी शामिल है।भू कानून पर बनाए गए कई स्लोगन सोशल मीडिया इन दिनों में सुर्खियों में है, राज्य में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में अगर सत्ता दल भाजपा भू कानून से मुंह मोड़ लेती है तो भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है क्योंकि एक पढ़ा लिखा बुद्धिजीवी वर्ग ठीक चुनाव से कुछ ही समय पूर्व इस भू कानून की मुहिम में कूद पड़ा है। जो अब धीरे धीरे आन्दोलन में भी तब्दील हो सकता है।जो सरकार के लिए संकट की घड़ी साबित हो सकती है । सत्ता पक्ष भाजपा ने मौके नजाकत को भांपते हुए प्रदेश में भू कानून बिल पास कर दिया तो सभी विरोधी दल शान्ति का पान चबाकर चुपचाप बैठने को विवश हो जाएंगे तथा भाजपा को एक बार पुनः सिंहासन पर बैठने से कोई नहीं रोक सकता हैं ।