देखें वीडियोः विस्फोट के साथ धूं-धूं कर जला सिलेंडर से भरा ट्रक

नैनीताल : हल्द्वानी के हल्दूचौड़ इंडेन गोदाम से कपकोट बागेश्वर को एलपीजी सिलेंडर ले जा रहे ट्रक के इंजन में तकनीकी खराबी से भड़की आग शोला बन गई। ज्योलीकोट से डेढ़ किमी आगे वीरभट्टी पुल पर ट्रक में रखे सिलेंडरों में आग धधकते ही ताबड़तोड़ विस्फोट से पूरा इलाका दहल उठा। विस्फोट से सिलेंडरों के टुकड़े दूर-दूर तक गिरे। खतरे को देखते हुए करीब डेढ़ दर्जन परिवारों को वहां से हटा दिया गया है।

फायर बिग्रेड व पुलिस की टीम आग लगने की सूचना के तत्काल बाद मौके पर पहुंच गई मगर विकराल आग के आगे किसी की नहीं चली। सिलेंडरों के फटने से ट्रक के परखच्चे उड़ गए। विस्फोट व आग की तेज लपटों से पुल को भारी नुकसान पहुंचा है।

जिसके बाद एनएच ने खतरे को देखते हुए एक सप्ताह के लिए सड़क पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी है। इस हादसे में ट्रक चालक-क्लीनर व एक यात्री झुलस गया। तीनों को गेठिया सेनिटोरियम में प्राथमिक उपचार के बाद बीडी पांडे अस्पताल नैनीताल भेजा गया है।

सोमवार को ट्रांसपोर्ट नगर हल्द्वानी के हरी चावला का एलपी ट्रक हल्दूचौड़ बॉटलिंग प्लांट से इंडेन के 222 घरेलू एलपीजी व छह व्यावसायिक सिलेंडर लेकर कपकोट बागेश्वर के लिए चला। पूर्वाह्नï करीब 11 बजे ट्रक ज्योलीकोट से डेढ़ किमी आगे वीरभट्टी पुल पर पहुंचा ही था कि एकाएक ट्रक इंजन से धुआं उठने लगा। चालक जगदीश पुत्र बहादुर सिंह निवासी बसौली सोमेश्वर अल्मोड़ा ने ट्रक रोक दिया। वायरिंग में भड़की आग मेन स्विच तक पहुंच गई तो इंजन गरम हो गया। तभी क्लीनर नन्हे पुत्र महिपाल यादव निवासी ग्राम गहबरा, थाना मीरगंज बरेली ने ट्रक में रखा आग बुझाने का सिलेंडर निकाला और गैस खोली तो उससे क्लीनर व चालक झुलस गए।

इस दौरान इंजन के आग की लपटों से गोविंद सिंह पुत्र राजेंद्र सिंह निवासी भगर, पोस्ट कपकोट बागेश्वर भी झुलस गया। तीनों ने बमुश्किल ट्रक से दूर भागकर जान बचाई। इसके बाद आग भड़कती गई। आग ने सिलेंडरों को अपने आगोश में ले लिया। फिर तेज धमाकों का सिलसिला शुरू हुआ। सूचना पर ज्योलीकोट चौकी प्रभारी मनवर सिंह, एफएसओ बीबी पांडे दमकल वाहन के साथ मौके के लिए रवाना हुए। पुलिस ने पुल के दोनों ओर वाहन तथा लोगों की आवाजाही रोक दी। इस दौरान सिलेंडरों में विस्फोट से इलाका दहल गया।

नैनीताल कलक्ट्रेट तक धमाके की आवाजें सुनाई दीं तो लोगों में दहशत फैल गए। दोपहर डेढ़ बजे आग पर काबू पा लिया गया। एनएच के अधिकारियों ने पुल के निरीक्षण के बाद आवाजाही एक सप्ताह के लिए बंद करने के निर्देश दिए। अब आइआइटी रुड़की के विशेषज्ञों के निरीक्षण के बाद ही पुल पर वाहनों की आवाजाही पर निर्णय लिया जा सकेगा। अगले एक हफ्ते तक वाहनों को वाया भीमताल, भवाली से अल्मोड़ा के लिए भेजा जाएगा।

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