MP के अनुसूचित क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासियों के कर्ज होंगे माफ: कमलनाथ

छिंदवाड़ा। नवंबर 2018 में विधानसभा चुनाव के बाद किसानों का फसल ऋण माफ करने के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को आदिवासियों के लिये बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि अनुसूचित क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासियों द्वारा साहूकारों से लिए गए सभी कर्ज माफ हो जाएंगे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने आदिवासियों को विश्वास दिलाया कि कर्ज के एवज में यदि उनके जेवर, जमीन गिरवी रखे हैं तो वे भी वापस होगें। राज्य सरकार की इस योजना से डेढ़ करोड़ आदिवासियों को फायदा होगा। कमलनाथ ने अतर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस पर यहां आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में कहा कि प्रदेश के अनुसूचित क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासियों द्वारा साहूकारों से लिए गए सभी कर्ज माफ हो जाएंगे। इससे मध्यप्रदेश के डेढ़ करोड़ आदिवासियों को लाभ मिलेगा। इसके लिए सरकार ने सभी औपचारिक व्यवस्थाएं कर ली है। राज्य के सभी 89 अनुसूचित क्षेत्रों में यह कर्ज 15 अगस्त तक माफ होना शुरू हो जाएंगे।उन्होंने साहूकारों से लिए कर्ज माफ करने के संबंध में कहा कि किसी आदिवासी ने कर्ज लेने के लिए अपने जेवर, जमीन गिरवी रखी है तो वे भी उन्हें वापिस होंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि भविष्य में कोई साहूकार अनुसूचित क्षेत्र में साहूकारी करेगा तो उसे लाइसेंस लेकर नियमानुसार धंधा करना होगा। मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि अगर बगैर लाइसेंस के किसी ने अनुसूचित क्षेत्रों में साहूकारी का धंधा किया तो यह नियमों का उल्लंघन माना जाएगा और इसे गैरकानूनी माना जायेगा और उनसे लिया गया यह कर्ज आदिवासी नहीं चुकाएंगे। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के 89 अनुसूचित क्षेत्र विकासखंडों के आदिवासियों को साहूकारों से मुक्त कराने के लिए सरकार उन्हें रुपे, डेबिट कार्ड देगी। इसके जरिए वे जरूरत पड़ने पर 10,000 रुपये तक एटीएम से निकाल सकेंगे। उन्होंने बताया कि हर हाट बाजार में एटीएम खोले जायेंगे।

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