पटाखों पर बैन के खिलाफ SC जाएंगे व्यापारी, रोजीरोटी पर गहराया संकट
नई दिल्ली । दिल्ली के पटाखा कारोबारी दिल्ली-एनसीआर में पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करने की तैयारी कर रहे हैं। इसे लेकर पटाखा कारोबारियों की अधिवक्ताओं से मंत्रणा चल रही है।
दिल्ली फायर वर्क्स ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव जैन ने कहा कि पटाखा बिक्री पर प्रतिबंध से सैकड़ों पटाखा कारोबारियों के सामने रोजीरोटी के साथ गंभीर आर्थिक संकट पैदा हो गया है। कई ने यह निवेश सूद पर पैसे लेकर किया है। ऐसे में वह इस फैसले से गहरे कर्ज में चले जाएंगे।
दिल्ली-एनसीआर में 500 से अधिक थोक व फुटकर पटाखा कारोबारी तो इतने ही गली मोहल्ले के विक्रेता होंगे, जिन्होंने दीपावली के मद्देनजर जगह, लाइसेंस और पटाखों पर निवेश किया है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही पिछले वर्ष के 970 की तुलना में इस वर्ष अब तक 300 लोगों को अस्थाई लाइसेंस जारी किए गए थे। उन्होंने कहा कि पुनर्विचार याचिका उन लोगों के लिए आखिरी रास्ता है। अगर मंजूरी नहीं मिलती तो उन लोगों की दीपावली अंधेरे में बीतेगी।
गिफ्ट करेंगे पटाखे
प्रतिबंध को हिंदू त्योहार पर कुठाराघात बताते हुए कुछ संगठनों ने पटाखा गिफ्ट करने की तैयारी चल रही है। इसे लेकर वाट्सएप ग्रुप और सोशल साइटों पर संदेश दिए जा रहे हैं।
प्रतिबंध से नाराज लोगों का कहना है कि यह फैसला देश में मिली धार्मिक स्वतंत्रता को चोट पहुंचाने वाला है। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए।
प्रतिबंध के बाद खूब बिके पटाखे
सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने जैसे ही पटाखों की बिक्री बंद करने का फैसली सुनाया, वैसे ही पटाखा दुकानों पर लोगों की भीड़ लग गई। लोग पटाखा खरीदने पहुंचने लगे। लोगों का एक ही तर्क था कि बच्चे बिना पटाखे जलाए दीपावली कैसे मनाएंगे।
ऐसे में पटाखा के थोक बाजार जामा मस्जिद व सदर बाजार में सोमवार देर शाम तक पटाखा की दुकानों पर खरीदारों की भीड़ लगी रही।
मांग को देखते हुए दुकानदारों ने अधिक दाम पर भी पटाखे बेचे। एक जानकार के मुताबिक अकेले दिल्ली में सोमवार की शाम तक 50 से 97 लाख रुपये तक का पटाखा बिक गया होगा।
News Source: jagran.com