शुरू हुआ बारिश का दौर, चारधाम की ऊंची चोटियों पर हिमपात
देहरादून : मौसम विभाग की चेतावनी सही साबित हुई। चारधाम सहित गढ़वाल व कुमाऊं के कई इलाकों में गत रात से बारिश का दौर शुरू हो चुका है। गंगोत्री और यमुनोत्री, केदारनाथ, बदरीनाथ, हेमकुंड में हल्की बारिश के साथ ही ऊंची चोटियों पर हिमपात हुआ। इससे निचले इलाकों में मौसम सुहावना हो गया।
वहीं, यमुनोत्री धाम के प्रमुख पड़ाव बड़कोट के निकट ओजरी में पहाड़ी दरकने का सिलसिला बरकरार है। बोल्डर गिरने से चारों ओर धूल के गुबार छा रहे हैं। इधर, वैकल्पिक मार्ग का निर्माण भी तेजी से चल रहा है। पांच किलोमीटर लंबे मार्ग के निर्माण ये यमुनोत्री यात्रा साढ़े तीन किलोमीटर लंबी हो जाएगी।
उत्तरकाशी के जिलाधकारी डॉ. आशीष कुमार ने बताया कि पांच सौ मीटर सड़क का निर्माण पूरा हो चुका है। एनएच और लोक निर्माण विभाग की टीम संयुक्त रूप से मार्ग निर्माण में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा यमुना नदी पर वैली ब्रिज बनाने की तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं। जिलाधिकारी के अनुसार भू-वैज्ञानिकों की टीम दरकते पहाड़ का अध्ययन कर रही है। टीम की रिपोर्ट मिलने पर ट्रीटमेंट के बारे में विचार किया जाएगा। इसके अलावा बदरीनाथ, केदारनाथ और गंगोत्री धाम के लिए यात्रा सुचारु है।
उधर, कुमाऊं में बुधवार रात को हल्की बारिश के बीच चम्पावत व नैनीताल जिलों में भूस्खलन की घटनाएं हुईं। चम्पावत जिले में पूर्णागिरि धाम के दर्शन करने जा रहे लखनऊ के श्रद्धालुओं की कार पर मलबा गिरा। हालांकि कार में सवार सभी लोग सुरक्षित हैं, लेकिन कार रात भर मलबे में फंसी रही, जिसे सुबह निकाला जा सका।
नैनीताल जिले के हैडाखान मार्ग पर भी भारी भूस्खलन हुआ है। इससे हैड़ाखान मंदिर व एक दर्जन से अधिक गांवों की आवाजाही बंद हो गई है। देहरादून सहित गढ़वाल और कुमाऊं के कई इलाकों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। वहीं, मौसम विभाग ने गढ़वाल व कुमाऊं के कुछ इलाकों में अगले 24 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी का अलर्ट जारी किया है।