महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए शिवसेना के प्रयास तेज, उद्धव ठाकरे ने सोनिया गांधी से की बात
मुंबई/ दिल्ली। महाराष्ट्र में सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए कुछ ही समय शेष रह जाने के बीच शिवसेना विपक्षी दलों राकांपा और कांग्रेस का समर्थन हासिल करने की दिशा में सोमवार को तमाम जद्दोजहद करती नजर आ रही है। दूसरी तरफ, कांग्रेस और राकांपा भी इस दक्षिणपंथी पार्टी को अपना समर्थन देने की संभावना पर गहन मंथन कर रही है। खबर यह आ रही है कि कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने थोड़ी देर पहले टेलीफोन पर बातचीत की है और शिवसेना ने सरकार गठन के लिए कांग्रेस से समर्थन मांगा है। महाराष्ट्र में 288 सदस्यीय सदन में भाजपा के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना के पास राज्य में सरकार बनाने की दावेदारी करने के लिए सोमवार को शाम साढ़े सात बजे तक का समय है। सरकार बनाने की कवायद के तहत शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने राकांपा प्रमुख शरद पवार के साथ आज मुंबई के एक होटल में मुलाकात की। उधर, केंद्रीय मंत्रिमंडल में शिवसेना के एक मात्र मंत्री अरविंद सावंत ने आज सुबह अपना इस्तीफा दे दिया। सूत्रों ने बताया कि पवार के साथ बैठक में शिवसेना अध्यक्ष के साथ उनके बेटे आदित्य भी मौजूद थे।नयी दिल्ली और मुंबई में एक के बाद एक हो रही बैठकों के बीच, सावंत ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से पार्टी के अलग होने के संकेत दिए और भाजपा पर सीटों एवं सत्ता के बराबर बंटवारे के वादे से पीछे हटने का आरोप लगाया तथा कहा कि इसी वजह से उद्धव ठाकरे नीत पार्टी को संबंध तोड़ने पड़े। उनका इस्तीफा राकांपा प्रमुख शरद पवार के इस कथन के बाद आया कि उनकी पार्टी का समर्थन हासिल करने से पहले शिवसेना को पहले राजग के साथ अपने संबंध तोड़ने होंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा विधानसभा चुनावों से पहले दोनों सहयोगी पार्टियों के नेताओं के बीच हुए समझौते को मानने से इनकार कर “झूठ” का सहारा ले रही है।