भगवान बदरी के दर पर लगा दिया सीवरेज प्लांट
बदरीनाथ(चमोली) : बदरीनाथ धाम में सीवरेज निस्तारण के लिए ट्रीटमेंट प्लांट निर्धारित स्थल से पहले लगा दिया। गंगा प्रदूषण इकाई ने ट्रीटमेंट प्लांट धाम से तीन किमी दूर लगाया जाना था, परंतु इसे धाम के 300 मीटर करीब ही स्थापित कर दिया। अब स्थानीय लोगों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है।
बदरीनाथ धाम के वाशिंदों का कहना है कि गंगा प्रदूषण इकाई ने मानकों को ताक पर रखकर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लान स्थापित किया है। कार्ययोजना के मुताबिक बदरीनाथ धाम से तीन किमी की दूरी पर यह प्लांट लगाया जाना था। गंगा प्रदूषण इकाई द्वारा इसे बदरीनाथ धाम में ही अलकनंदा व ऋषिगंगा के संगम पर स्थापित कर दिया है। उनका कहना है कि इससे धाम की आस्था को भी ठेस पहुंच रही है। लोगों का कहना है कि सीवरेज प्लांट से जो गंदगी आएगी वह सीधे संगम में मिलेगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि नदी को उद्गम से ही मैली करने का प्रयास गंगा प्रदूषण इकाई द्वारा किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि बदरीनाथ मंदिर से मात्र 300 मीटर की दूरी पर प्लांट लगाया गया है। उसी के निकट खाक चौक मंदिर, भगवान बदरी विशाल की जन्म स्थली लीलाढूंगी, नंदा देवी मंदिर व कई पौराणिक धार्मिक स्थल मौजूद हैं। स्थानीय लोगों ने इस प्लांट को यहां से अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग की है।
इस संबंध में प्रशासन को पत्र भेजा गया है। पत्र भेजने वालों में हनुमान मंदिर खाक चौक के महंत बालक योगीदास, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष बलदेव मेहता, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष राजेश मेहता, मोहन प्रसाद भट्ट, विनय शंकर आदि शामिल हैं।