रक्त माफियाओं से गरीबों को बचाना भी रक्तसेवको की जिम्मेदारी है : जितेन्द्र सनातनी
उत्तराखण्ड। रक्तमाफ़ियाओं से परेशान है गरीव इंसान मजबूरी में खून खरीदना पड़ता है, हमारे एनजीओ की मांग पिछले काफी दिनों से है कि गरीव को फ़्री में रक्त दिया जाए जिससे खून की कीमत कोई नही लगा पाएगा, हमारे रक्तसेवक भाई बहन जितने भी साथी रक्तदान करते हैं वो भी अपने स्तर से यह कोशिश करें कि उनका दिया गया दान किसी गरीव को पैसे से न मिले दान में दिया है तो दूसरे को भी दान में ही मिले, एक यूनिट खून की कीमत कभी कभी किसी जान से चुकानी पड़ती है और कभी कभी गरीव इंसान को साहूकार से कर्जा लेकर चुकानी होती है, रक्त के नाम पर पैसे की उगाही बिल्कुल बर्दास्त नही की जाएगी, में सभी रक्तसेवकों से कहना चाहता हूं कि जब भी आप कभी ब्लूड डोनेट करें तो ब्लड बैंक से यह जानकारी जरूर रखें कि किसको खून दिया गया है और पैसे तो नही लिए गए हैं , क्या फ्री में दिया जा रहा है जरूरतमंद को खून क्या उनको भी दान में दिया जा रहा है वैसे ही जैसे आपने दान में दिया है, संस्था युवा सोशल वेलफेयर सोसायटी इस मुद्दे पर लगातार आवाज उठाती रहेगी ओर तब तक हम आवाज उठाएंगे जब तक कि गरीव को इन रक्त माफियाओं से निजात नही मिल जाएगी, दोस्तों आपका दान किया रक्त बिक जाएगा तो आपका दान देने का क्या फायदा है, सिर्फ फ़ोटो खिंचाना ही मकसद नही होना चाहिए , यह तय करना होगा कि गरीव को खून फ्री में मिले सरकार इसके लिए व्यवस्था कर सकती है यंहा तक कि ब्लड बैंक तक इसके लिए व्यवस्था कर सकती है, बस जरूरत है इस आवाज को बुलंद करने की, अब जरूरी है इन बात पर ध्यान दिया जाए कि कोई गरीव खून तो नही खरीद रहा है अगर कोई रक्त माफिया दिखे तो तुरंत उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराएं ओर यह जिम्मेदारी हम सभी रक्तसेवकों की है , हमे दान करने के साथ साथ उन लोगों के लिए भी लड़ना होगा जो नही जानते कि खून बेचना कानून के अनुसार जुर्म है, हर आवाज हमारी बस यही कहती है कि गरीब को खून फ़्री में दे सरकार खून के बदले खून ले पर कोई चार्ज न लें,
जितेन्द्र सनातनी